ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में आज 4 जनवरी बुधवार को पुलिस टीम और वन विभाग पर पांच सौ से ज्यादा लोगों ने हमला कर दिया। पुलिस ने 300 लोगों पर FIR भी दर्ज की है। यह लोग वन विभाग की पहाड़ी पर लोग कब्जा करने पहुंचे थे।
ग्वालियर शहर में अचानक भूमि लूटने की ऐसी घटना हुई कि वन विभाग, प्रशासन और पुलिस सभी के हाथ पांव फूल गए। शहर के एक छोर पर स्थित खजांची बाबा की पहाड़ी पर अचानक सैकड़ों लोग पहुंचे और उन्होंने यहां अतिक्रमण करना शुरू कर दिया। इसकी सूचना मिलने पर इसे रोकने पहुंची वन विभाग के टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया और जमकर धक्का-मुक्की की। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अतिक्रमणकारियों को खदेड़ा।
घटना बुधवार सुबह की है। इन दिनों ग्वालियर में भीषण ठंड पड़ रही है, तापमान कम होने का फायदा उठाने की नीयत से पूरी योजना बनाकर पांच सौ से ज्यादा लोगों की भीड़, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। कम्पू इलाके में एसएएफ क्षेत्र के बगल से स्थित रिजर्व वन फॉरेस्ट की जमीन की पहाड़ी पर एक साथ लकड़ी, बांस और रस्से आदि लेकर पहुंचे और वहां फटाफट जमीन घेरना शुरू कर दिया। उन्हें सबसे पहले चूना डालकर प्लाट साइज में मार्किंग शुरू कर दी। कब्जा करने पहुंचे लोगों में ज्यादातर खजांची बाबा की दरगाह के आसपास रहने वाले और नई बस्ती आदि के लोग थे।
एक साथ भीड़ द्वारा किए जा रहे इस अतिक्रमण की सूचना जैसे ही फॉरेस्ट विभाग के अफसरों को पहुंची, वे डिप्टी रेंजर संजय सक्सेना के नेतृत्व में अपना वन रक्षकों का अमला लेकर वहां पहुंचे। उन्हें देख भीड़ उन लोगों पर टूट पड़ी, उनके साथ धक्का-मुक्की और हाथापाई भी की गई और उन्हें खदेड़ा भी गया। उन्होंने इस हालात की सूचना तत्काल अपने डीएफओ को दी और उन्होंने पुलिस के आला अफसरों को बताया। इसके बाद बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा और अतिक्रमण कर रही भीड़ को खदेड़ा। फारेस्ट ने वहां से अतिक्रमणकर्ताओं द्वारा छोड़ा गया सामान जप्त किया।
बताया गया कि इस पहाड़ी को हरा भरा बनाने के लिए साल 2012 में समारोह पूर्वक इस पहाड़ी पर बड़ी संख्या में पौधरोपण किया गया था। इस अभियान के तहत 5,000 पेड़ लगाए गए थे, जो बेहतर संरक्षण से सभी जीवित भी थे। लेकिन अतिक्रमणकर्ताओं की भीड़ ने इनमें से पांच सौ से ज्यादा पेड़ काट दिए और हजारों को नुकसान पहुंचाया।