ग्वालियर। भारत का सबसे पहले Special stadium for disabled players के निर्माण का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। इस स्टेडियम को इंटरनेशनल स्टैंडर्ड के अनुसार डिजाइन किया गया है। यहां नेशनल और इंटरनेशनल लेवल के इनडोर और आउटडोर गेम्स टूर्नामेंट आयोजित किए जा सकते हैं। इस स्टेडियम में ओलंपिक की गाइडलाइन भी फॉलो की जा रही है।
ग्वालियर में दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए स्टेडियम का एड्रेस
देश के इस पहले स्टेडियम सह स्पोर्ट्स सेंटर का निर्माण भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा कराया जा रहा है। गोला का मंदिर मुरैना लिंक रोड़ पर ट्रिपल आईटीएम के सामने 35 एकड़ जमीन पर 102 करोड़ रूपए से अधिक लागत से बनने वाले इस स्टेडियम का निर्माण अंतिम चरण में है।
दिव्यांग खिलाड़ियों के ग्वालियर स्पोर्ट्स कांप्लेक्स की खास बातें
दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए निर्माणाधीन अंतर्राष्ट्रीय स्तर के इस स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में इनडोर व आउटडोर गेम्स के लिये अलग-अलग कॉम्प्लेक्स, लगभग 7 से 8 हजार दर्शकों की क्षमता वाला स्टेडियम, ओलम्पिक गेम्स के मानकों के अनुरूप स्वीमिंग पूल और महिला व पुरूष खिलाड़ियों के लिये लाउण्ड्री सहित सर्वसुविधायुक्त छात्रावास भवन बनाए जा रहे हैं।
दिवयांगों के लिये इस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के स्टेडियम में फुटबॉल मैदान व एथलेटिक्स के लिए 8 लेन वाला ट्रैक का निर्माण किया गया है। स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के मल्टीपर्पज हॉल-1 में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के 3 बैडमिंटन कोर्ट, फैंसिंग गेम के लिये 4 कोर्ट, सिटिंग वॉलीबॉल, व्हीलचेयर बास्केटबॉल, व्हीलचेयर रग्बी व फुटबॉल 5-A साईड का एक – एक कोर्ट बनाया गया है।
इसी तरह मल्टीपर्पज हॉल-2 में जूडो, ताइक्वांडो व गोलबॉल के लिये एक-एक व बॉक्सिंग खेल के लिये 3 कोर्ट बनाए गए हैं। टेबल टेनिस हॉल में 4 कोर्ट व पैरा पावर लिफ्टिंग खेल की अधोसंरचना उपलब्ध कराई गई है।