ग्वालियर। जीवाजी क्लब में जुआ खेलने के कारण निलंबित किए गए सदस्य राकेश गुप्ता ने अपनी गलती मान ली है। इसके साथ ही निलंबन समाप्त करने की गुजारिश की है। उल्लेखनीय है कि पिछले महीने ग्वालियर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जीवाजी क्लब के कमरा नंबर 4 में छापामार कार्रवाई करते हुए 11 लोगों को पकड़ा था। इस कार्रवाई से जीवाजी क्लब की काफी किरकिरी हुई है।
जीवाजी क्लब को जुआ घर बना दिया गया था, पुलिस इन्वेस्टिगेशन
पुलिस इन्वेस्टिगेशन में पाया गया कि जीवाजी क्लब के सदस्य राकेश गुप्ता की आइडी पर ही कमरा बुक किया गया था और क्लब के सुपरवाइजर संदीप शर्मा ने चार हजार रुपये रोजाना के हिसाब से किराए पर दिया था। संदीप से जुड़ी एक कड़ी कमलेश जटारिया जुआरियों को लेकर आता था। इस तरह यहां क्लब में जुआ खिलाने का अवैध कारोबार किया जा रहा था।
क्लब में मुखबिरी का कोई डर नहीं था। आमतौर पर होटलों में कमरा लेकर जुआ खेलने वालों को पुलिस की दबिश का डर रहता है इसलिए रिस्क रहती थी। क्लब का नाम बड़ा है और परिसर में कोई शक नहीं करता था कि कमरों में जुआ चल रहा होगा। क्लब प्रबंधन ने इस मामले में राकेश गुप्ता को निलंबित कर नोटिस जारी किया था।