इंदौर। इंदौर के लोग केवल सड़कों की सफाई नहीं कर रहे हैं बल्कि सरकारी सिस्टम में लगी हुई रिश्वत की जंग भी साफ कर रहे हैं। इंदौर के लोगों ने अधिकारी अथवा कर्मचारी के दबाव में आकर रिश्वत देना बंद कर दिया है।
रिश्वत के खिलाफ आवाज उठाने में भी इंदौर नंबर वन
साल 2022 में जागरूक नागरिकों ने 32 कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार करवा दिया और 10 अधिकारियों के खिलाफ पद के दुरुपयोग का मामला दर्ज करवाया गया। इतना ही नहीं कोर्ट में चल रहे मामलों में पूरी ताकत के साथ डटे रहे। और 19 अधिकारी अथवा कर्मचारियों को सजा करवाई। यह आंकड़े मध्यप्रदेश में सर्वाधिक है। अर्थात रिश्वत के खिलाफ आवाज उठाने और भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के मामले में भी इंदौर के लोग नंबर वन है।
मध्यप्रदेश में रिश्वत को कमीशन और सर्विस चार्ज कहते हैं
मध्यप्रदेश के सरकारी सिस्टम में रिश्वत इतनी रच बस गई है कि इसे कमीशन और सर्विस चार्ज कहा जाता है। कर्मचारी पूरे अधिकार के साथ मांगते हैं और नहीं मिलने पर काम नहीं करते।