Maulana Azad National Institute of Technology, Bhopal में केमिस्ट्री के प्रोफेसर डॉक्टर आलोक मित्तल एवं कंसलटेंट गोपीकृष्ण मिश्रा को लोकायुक्त पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दावा किया है कि उन्होंने प्रोफेसर डॉक्टर आलोक मित्तल को डेढ़ लाख रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। यहां बताना अनिवार्य है कि प्रोफेसर डॉक्टर आलोक मित्तल पिछले 5 सालों से लगातार दुनिया के प्रभावशाली वैज्ञानिकों की सूची में शामिल हैं। इंडिया में उनकी रैंक 54 है, जबकि वर्ल्ड रैंकिंग 9112 है। यह रैंकिंग स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की स्कॉपस मैगजीन द्वारा प्रकाशित की जाती है। 5 लाख वैज्ञानिकों की इस लिस्ट में भारत के मात्र 3352 वैज्ञानिक शामिल हैं। मैनिट भोपाल से कुल 13 प्रोफेसर इस लिस्ट में शामिल है। डॉक्टर मित्तल टॉप पर हैं।
चौकड़ी मेडिकल वेस्ट प्लांट का काम अटका था
प्राथमिक कार्रवाई के बाद लोकायुक्त पुलिस ने बताया कि बावड़िया कला भोपाल की रहने वाली प्रमिला रिछारिया ने शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि वह मेडिकल वेस्ट का काम करती है। शिवपुरी में मेडिकल वेस्ट का प्लांट लगाना है। मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान के प्रोफेसर डॉक्टर आलोक मित्तल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड में स्टेट एक्सपर्ट अप्रेजल कमेटी में रसायन विषय के विशेषज्ञ के रूप में शामिल है। इन्हें प्लांट का निरीक्षण करके नियमानुसार NOC देनी है।
प्रमिला ने अपनी शिकायत में बताया कि, प्रोफेसर मित्तल नियमानुसार काम करने के लिए तैयार नहीं। कंसलटेंट गोपी कृष्ण मिश्रा के माध्यम से ₹7 लाख रिश्वत की मांग की थी। प्रमिला ने लोकायुक्त को बताया कि जब वह सीधे डॉक्टर मित्तल से मिली तो उन्होंने डेढ़ लाख रुपए की मांग की। लोकायुक्त पुलिस द्वारा शिकायत का सत्यापन कराए जाने के बाद छापामार कार्रवाई की योजना बनाई गई और रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें एवं यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल पर कुछ स्पेशल भी होता है।