भोपाल। अकेले स्टूडेंट को कोई भी डरा सकता है परंतु जब छात्र शक्ति संगठन हो जाती है तो सिस्टम को हिला देती है। मध्यप्रदेश के डिंडोरी जिले में 10,000 से ज्यादा विद्यार्थियों ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव कर डाला। सभी स्कॉलरशिप घोटाले में प्रकरण दर्ज करने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व जिला पंचायत के अध्यक्ष रुदेस परस्ते कर रहे थे।
लॉकडाउन के दिनों में हुआ था 5 करोड़ का डिंडोरी छात्रवृत्ति घोटाला
जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते कहा कि जनजाति कार्य विभाग में तत्कालीन सहायक आयुक्त अमर सिंह उईके के कार्यकाल में छात्रवृत्ति घोटाला तब हुआ जब कोरोना संकट गहराया था। लॉकडाउन के चलते विद्यार्थी परेशान थे। जरूरतमंद विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति न देकर राशि आपस में ही बांट ली। फरवरी 2019 से जनवरी 2021 के बीच छात्रवृत्ति के साथ स्काउट गाइड व रेडक्रॉस क्रीडा गतिविधियों की राशि का आहरण कर अनियमितता का मामला प्रारंभिक जांच में उजागर हो चुका है।
इस मामले को लेकर विरोध लगातार किया जा रहा है। इसी के साथ विगत 2 वर्षों से छात्रों को गणवेश नहीं मिलने और संबंधित राशि छात्रों के खाते में डालने की मांग सहित जनजाति विभाग द्वारा फर्जी नियुक्तियों की निष्पक्ष जांच की मांग भी की जा रही है। बोंदर में संचालित बनवासी सेवा मंडल विद्यालय व छात्रावास को शासन के अधीन करने की मांग भी इसमें शामिल है।
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