पन्ना। मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में सागर लोकायुक्त ने थाना प्रभारी ज्योति सिकरवार व पुलिस आरक्षक अमर सिंह को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त की यह कार्रवाई पन्ना जिले की सबसे विवादित कार्रवाई साबित हुई है, क्योंकि इस दौरान ही टीआई ज्योति लोकायुक्त के अधिकारियों को चकमा देकर भाग गई, लेकिन लोकायुक्त की टीम ने कार्रवाई जारी रखते हुए आरक्षक को गिरफ्तार कर लिया है।
पन्ना जिले के देवेंद्रनगर थाना प्रभारी ज्योति सिकरवार ने विनोद यादव निवासी ग्राम खमरिया से मारपीट के मामले में धाराएं बढ़ाने व फरियादी के पक्ष के लोगों को मामले में रियायत देने के एवज में 60 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। जिसमें फरियादी विनोद यादव ने 10 हजार रुपए की पहली किश्त आरक्षक अमर सिंह के माध्यम से पहले दी थी। फिर आरक्षक के माध्यम से थाना प्रभारी 50 हजार की मांग कर रही थी। जिससे परेशान युवक ने सागर लोकायुक्त एसपी रामेश्वर सिंह यादव के कार्यालय में शिकायत की। फिर 1 जनवरी की शाम जब सभी नववर्ष मना रहे थे। तभी थाना देवेंद्रनगर में लोकायुक्त की टीम का छापा पड़ा। जिसके बाद थाना परिसर में बने टीआई के आवास में फरियादी से टीआई और आरक्षक को 50 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।
1 जनवरी की रात्रि देवेंद्रनगर थाना परिसर लोकायुक्त की कार्रवाई से भागमभाग व बात विवाद का अखाड़ा बन गया। ट्रेप करने के दौरान पहले आरक्षक अमर फरियादी से रिश्वत के लिए रकम लेकर भाग गया। जैसे-तैसे टीआई ने बचाव के चक्कर में आरक्षक को बुलाया और फिर लोकायुक्त की टीम ने दोनों के हाथ रंगवाएं तो रंग गुलाबी हो गया। इसके बाद टीआई और उनके कुछ पुलिस वालों ने लोकायुक्त को टीम से ही विवाद और झीना-झपटी भी करना शुरू कर दिया। स्थिति को देखते हुए लोकायुक्त ने पन्ना एडिशनल एसपी और एसडीओपी को बुलवाया लेकिन फिर टीआई कार्रवाई के दौरान बाथरुम का बहाना बनाकर भाग गई, लेकिन आरक्षक को टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।
वहीं डीएसपी लोकायुक्त राजेश खेड़े ने बताया कि फरियादी विनोद यादव से थाना प्रभारी ज्योति सिकरवार व आरक्षक अमर सिंह बागरी ने 50 हजार की रिश्वत मारपीट के मामले में धाराएं बढ़ाने व फरियादी वाले पक्ष के लोगों को रियायत देने के एवज में मांगी गई थी। जिस शिकायत के आधार पर रविवार की रात्रि करीब 7 बजे थाना देवेंद्रनगर परिसर में दोनों को 50 हजार की रिश्वत लेते हुए ट्रेप किया गया है। इसी दौरान लोकायुक्त की टीम के साथ झींगा झपटी पुलिस के ओर से की गई है। साथ कार्यवाही के दौरान टीआई ज्योति सिकरवार रात के अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गई है।