भोपाल। मध्य प्रदेश के गुना जिला चिकित्सालय में संविदा कर्मचारी के तौर पर पदस्थ नर्स नमिता खादीकर को मुरैना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। नमिता पर आरोप है कि वह स्वास्थ्य विभाग में क्लर्क के पद पर पदस्थ कर्मचारी केतन शर्मा को ब्लैकमेल कर रही थी जिसके कारण उसने मुरैना में सुसाइड कर लिया था। नमिता छिंदवाड़ा की रहने वाली है।
सुसाइड से पहले कर्मचारी और नर्स के बीच विवाद हुआ था
मुरैना पुलिस ने बताया कि, जिला अस्पताल में पदस्थ क्लर्क केतन शर्मा ने 18 जून को मुरैना स्थित अपने गृह जिले में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। वह 7 दिन से अपने दफ्तर से गायब था। इस वजह से उससे अस्पताल प्रबंधन भी संपर्क करने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। उस समय यह सामने आया था कि जिला अस्पताल में ही पदस्थ एक नर्स से उसकी कहासुनी हुई थी। वे दोनों अच्छे दोस्त थे। अचानक क्लर्क द्वारा आत्महत्या करने के पीछे के कारण मुरैना पुलिस तलाश थी।
पुलिस को इन्वेस्टिगेशन में 4.50 रुपए का ट्रांजैक्शन मिला
पुलिस ने जब जांच की, तो सामने आया कि जिला अस्पताल की नर्स नमिता खादीकर उन्हें लंबे समय से ब्लैकमेल कर रही थी। साथ ही सुसाइड करने वाले कर्मचारी के खाते से स्टाफ नर्स के बैंक खाते में 4.50 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन भी किया गया। मुरैना सिविल लाइन थाने की पुलिस स्टाफ नर्स को गुना से गिरफ्तार कर ले गई। साथ ही दूसरे दिन ही पुलिस ने उसे केंद्रीय जेल ग्वालियर भेज दिया।
संविदा स्टाफ नर्स ने 27 लाख का मकान खरीदा है
मुरैना सिविल लाइन थाने की पुलिस ने केतन शर्मा के मोबाइल के साथ बैंक खाते के रिकॉर्ड की जांच की। इसमें सामने आया कि मृतक बाबू केतन शर्मा ने 4.50 लाख रुपए का बैंक ट्रांजेक्शन भी स्टाफ नर्स नमिता खादीकर को किया था। साथ ही गुना की भगतसिंह कॉलोनी में नमिता ने अप्रैल महीने में 27 लाख रुपए का मकान भी खरीदा है, जिसकी जांच करने में मुरैना पुलिस जुटी हुई है।
पुलिस हिरासत के दूसरे दिन अस्पताल के रजिस्टर में हस्ताक्षर मिले
सबसे अहम बात यह है कि जिला अस्पताल के मेडिकल वार्ड की स्टाफ नर्स नमिता खादीकर को छह दिन पहले पुलिस अभिरक्षा में लिया था। साथ ही पांच दिन से वह जेल में बंद है। इसके बाद भी जिला अस्पताल प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है। पुलिस हिरासत के दूसरे दिन 28 दिसंबर को उपस्थिति रजिस्टर पर नमिता के हस्ताक्षर मिले, जबकि उसे 27 दिसंबर को हिरासत में ले लिया गया था। यह मामला जिला अस्पताल सिविल सर्जन के पास पहुंचा है। मेट्रन इमरती वर्मा से इस संबंध में पूछताछ भी की जा रही है।
केतन को ब्लैकमेल कर वसूले लाखों रुपए
मुरैना सिविल लाइन थाना प्रभारी अरुण चौहान ने बताया कि जांच में कई तथ्य सामने आए हैं। जिला अस्पताल के बाबू केतन शर्मा को स्टाफ नर्स ब्लैकमेल कर रही थी। स्टाफ नर्स ने लाखों रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कराए हैं। अब मकान को लेकर जांच भी की जा रही है। हालांकि, लोन भी स्टाफ नर्स द्वारा लिया गया है, लेकिन किस्त किस तरह भरी गई है, इसकी जांच भी की जा रही है। गुना से स्टाफ नर्स को गिरफ्तार करने मुरैना पुलिस गई थी।
27 दिसंबर 2022 को गिरफ्तार करने के बाद 28 दिसंबर को केंद्रीय जेल ग्वालियर की महिला जेल में भेज दिया गया है। मृतक बाबू केतन शर्मा को नर्स ने आत्महत्या के लिए प्रेरित किया था। बाबू के खाते से 4.50 लाख रुपए भी नर्स के खाते में ट्रांसफर किए गए थे। जिला अस्पताल गुना के सिविल सर्जन को गिरफ्तारी और जेल भेजने के मामले से अवगत कराया जाएगा। थाने की ओर से पत्र लेकर आरक्षक गुना अस्पताल जाएगा।