भोपाल। मध्यप्रदेश में पिछले 19 दिन से संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं। इसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। अब इसी नियमितीकरण की मांग को लेकर संविदा बिजली कर्मचारियों ने भी हड़ताल का ऐलान कर दिया है। दावा किया गया है कि दिनांक 9 जनवरी 2022 से 70000 बिजली कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
ऊर्जा मंत्री ने आश्वासन दिया था, अब तक पूरा नहीं हुआ
यूनाइटेड फोरम फॉर पॉवर इंप्लाइज एवं इंजीनियर्स के बैनरतले यह आंदोलन शुरू होगा। प्रदेश संयोजक वीकेएस परिहार ने बताया कि मांगों को लेकर पिछले छह साल से से आंदोलन कर रहे हैं। पूर्व के आंदोलन के दौरान ऊर्जा मंत्री एवं अफसरों ने आश्वासन दिए। बावजूद मांगें पूरी नहीं हुई। उल्टे कर्मचारियों पर कार्रवाई जारी है।
ऊर्जा मंत्री से नाराज कर्मचारियों की मांगें
- संविदा बिजलीकर्मियों को तुरंत नियमित किया जाए।
- आउटसोर्स कर्मचारियों को संविलियन करते हुए कार्यावधि एवं वरिष्ठता के अनुसार वेतनवृद्धि प्रदान करते हुए उनके भविष्य को सुरक्षित करने की नीति बनाई जाए। 20 लाख रुपए तक दुर्घटना बीमा भी कराया जाए।
- पुरानी पेंशन बहाल की जाए। ताकि, रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी और उनके परिवार का भविष्य सुरक्षित हो सके।
- वेतन विसंगतियों को दूर करने के लिए कमेटी बनाई जाए।
- कई वर्षों से लंबित फ्रिंज बेनिफिटस का पुर्ननिरीक्षण करते हुए सभी अधिकारी-कर्मचारियों एवं पेंशनर्स के लिए केसलेस मेडिक्लेम पॉलिसी लागू की जाए।