जबलपुर। मध्य प्रदेश के सागर जिले में बहुचर्चित जग्गू हत्याकांड में पुलिस को विधायक श्री प्रदीप लारिया के दबाव से मुक्त करने के लिए हाईकोर्ट ने निर्देश जारी किए हैं। उच्च न्यायालय ने पुलिस अधीक्षक सागर को निर्देशित किया है कि जग्गू हत्याकांड की जांच बिना किसी दबाव के निष्पक्ष रुप से की जाए और निष्पक्षता प्रमाणित भी होनी चाहिए।
MP NEWS- सागर पुलिस ने विधायक के दबाव में पूरे परिवार को हत्यारा बता दिया
मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के विद्वान न्यायमूर्ति श्री मनिंदर सिंह भट्टी की एकलपीठ के समक्ष मामले की सुनवाई हुई। इस दौरान याचिकाकर्ता मकरोनिया, सागर निवासी धर्मेंद्र गुप्ता व जितेंद्र गुप्ता की ओर से अधिवक्ता प्रमोद सिंह तोमर ने पक्ष रखा। उन्होंने दलील दी कि याचिकाकर्ताओं को हत्याकांड में आरोपित बनाया गया है। थाना प्रभारी, मकरोनिया द्वारा फरियादी पक्ष के अलावा स्थानीय राजनीतिक दबाव में आकर याचिकाकर्ताओं के पूरे परिवार को हत्याकांड में आरोपित बनाया दिया गया है।
विधायक प्रदीप लारिया का वीडियो जारी हुआ था
दरअसल, हत्याकांड के बाद फरियादी साेनू यादव का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह माैजूदा विधायक श्री प्रदीप लारिया के साथ खड़े थे। वह बोल रहा था कि जब तक जग्गू हत्याकांड में मकरोनिया थाने में समुचित रिपोर्ट नहीं लिखी गई, मैं और विधायक निरंतर थाना प्रभारी के संपर्क में रहे। वीडियो में विधायक इस बयान का समर्थन करने की मुद्रा में नजर आए।
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