भोपाल। केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कोटे से मध्य प्रदेश सरकार में परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर गंभीर आरोप लगे हैं। एक किसान के बेटे ने आरोप लगाया है कि कैबिनेट मंत्री ने उनके खेत पर अवैध रूप से कब्जा करके प्राइवेट स्कूल बना लिया है।
मंत्री जी ने किसान को घर बुलाया था, उसके बाद से लापता: आरोप
सागर के तिली वार्ड निवासी सीताराम पटेल ने एक वीडियो जारी करके कहा- हमारी जमीन (खसरा नंबर 174/17) गोविंद सिंह राजपूत ने अपने नाम करा ली है। इस जमीन पर स्कूल भी बना लिया है। पिता मानसिंह पटेल ने जमीन का केस तहसीलदार कोर्ट में लगाया था। केस लगने के बाद मंत्री ने 22 अगस्त 2016 को पिता को घर पर बुलाया था। इसके बाद से पिता लौटकर घर नहीं आए।
सीताराम ने आगे बताया, 26 अगस्त 2016 को सिविल लाइन थाना सागर में पिता की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। तब से अब तक पिता का कोई पता नहीं चला है। मुझे आशंका है कि मंत्री राजपूत ने पिता के साथ कुछ गलत करवा दिया होगा, इसलिए पिताजी लौटकर नहीं आए। अब मैं इस मामले में शिकायत कर रहा हूं। इसके बाद मेरी और मेरे परिवार की जान को भी खतरा हो सकता है। यदि मुझे और मेरे परिवार को कुछ होता है, तो उसका जिम्मेदार मंत्री राजपूत का पूरा परिवार होगा।
कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह राजपूत का बयान
परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वे निराधार हैं। पुराने कांग्रेस के लोगों और व्यक्तिगत विरोधी मेरी छवि खराब करने का षड्यंत्र कर रहे है। यह मामला 2016 का है। उस समय एक जमीन मेरे नाम पर धोखे से दर्ज हो गई थी। मैंने तहसीलदार कोर्ट में आवेदन दिया था। कहा था कि जमीन के नाम में सुधार किया जाए। इसके बाद तहसीलदार कोर्ट ने जमीन को मान सिंह, उत्तम सिंह के नाम पर दर्ज कराने का आदेश किया था। उसी जमीन पर वे दोनों भाई रह रहे हैं। स्कूल अलग खसरा नंबर पर बना है। स्कूल का इससे कोई लेना-देना नहीं है। जब हमारा उससे कोई झगड़ा नहीं है, न हमने जमीन खरीदी है और न बेची है, तो उसके पिताजी कहां हैं? वो जाने।
50 एकड़ जमीन के मामले में भी हत्या की साजिश का आरोप लगा
10 दिन पहले की ही बात है। BJP से निष्कासित नेता राजकुमार सिंह धनोरा ने राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से खुद की जान को खतरा बताया था। धनोरा का आरोप है कि मंत्री ने काली कमाई से 50 एकड़ जमीन अपने सालों के नाम पर खरीदी। बाद में यही जमीन वापस ले ली और यह बताया दिया कि जमीन ससुराल से दान में मिली है। इसका खुलासा करने पर मंत्री और उनके परिवार के लोग मेरी और मेरे परिवार की हत्या की साजिश रच रहे हैं।