इंदौर। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन को नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। मामला इंदौर में होने वाले इंटरनेशनल क्रिकेट मैचों में टिकट की कालाबाजारी का है। जनहित याचिका में दावा किया गया है कि मात्र 3 मिनट में 17000 टिकट की बिक्री नहीं हो सकती लेकिन MPCA के रिकॉर्ड में ऐसा हुआ है। याचिका में आशंका जताई गई है कि 24 जनवरी को होने वाले भारत-न्यूजीलैंड क्रिकेट मैच में भी टिकट की कालाबाजारी होगी। इसे रोकना जरूरी है।
ऑनलाइन बुकिंग शुरू होते ही साइट क्रैश हो जाती है
हाई कोर्ट में यह जनहित याचिका राकेश सिंह यादव ने दायर की है। याचिकाकर्ता की तरफ से पैरवी करते हुए एडवोकेट रोहित शर्मा ने कहा है कि इसके पहले भी इंदौर में हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों में टिकटों की कालाबाजारी हुई है। 24 जनवरी को भारत-न्यूजीलैंड के बीच होने वाले एक दिवसीय क्रिकेट मैच में भी ऐसा होने की आशंका है। आनलाइन बुकिंग शुरू होने के कुछ ही मिनट में पूरे टिकट बिक जाते हैं।
3 मिनट में 17000 टिकट बिक्री पर स्पष्टीकरण मांगा
नियमानुसार एक व्यक्ति अधिकतम चार टिकट खरीद सकता है। 12 जनवरी से भारत-न्यूजीलैंड के बीच होने वाले मैच के टिकट आनलाइन बिकना शुरू हुए। सिर्फ तीन मिनट में ही साइट क्रैश हो गई। एमपीसीए को 17 हजार टिकट आनलाइन बेचना थे। ऐसे में सवाल है कि सिर्फ तीन मिनट में 17 हजार टिकट कैसे बिक सकते हैं।
17 जनवरी से पहले रिकॉर्ड मांगा, 18 को सुनवाई है
एमपीसीए की तरफ से एडवोकेट अजय बागड़िया ने आरोपों को नकारते हुए कहा कि टिकट की बिक्री में पारदर्शिता रखी जाती है। याचिका सिर्फ प्रसिद्धि पाने के लिए दायर की गई है। न्यायमूर्ति एसए धर्माधिकारी और न्यायमूर्ति पीसी गुप्ता की युगलपीठ ने दोनों पक्षों के तर्क सुने। इसके बाद आदेश दिया कि एमपीसीए आनलाइन टिकट बिक्री का पूरा रिकार्ड 17 जनवरी से पहले कोर्ट में प्रस्तुत करे और बताए कि आखिर सिर्फ तीन मिनट में 17 हजार टिकट की बिक्री कैसे हो गई।
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