कोई भी क्रांतिकारी आईडिया शुरुआत में सबको मूर्खतापूर्ण ही लगता है लेकिन बाद में वही आईडिया पूरी दुनिया बदल देता है। काफी संभावना है कि OAS भी एक ऐसा ही यूनिक बिजनेस आइडिया होगा। भारत के कई शहरों में शुरू हो रहा है। ज्यादा गुंजाइश नहीं है। जो फर्स्ट मुवर होगा अर्थात जो सबसे पहले शुरू करेगा वही फायदे में रहेगा।
प्रॉब्लम स्टेटमेंट और बिजनेस अपॉर्चुनिटी
ई-कॉमर्स अर्थात ऑनलाइन शॉपिंग के बारे में तो सब जानते हैं। ग्राहक खुश हैं लेकिन लोकल के दुकानदार परेशान हैं। उनका धंधा तो चौपट हो गया है। कुछ लोग आज भी इस विश्वास में संघर्ष कर रहे हैं कि 1 दिन आएगा जब ऑनलाइन शॉपिंग का जमाना खत्म हो जाएगा लेकिन ज्यादातर दुकानदार खुद को बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं। व्हाट्सएप पर आर्डर लेते हैं और होम डिलीवरी देने लगे हैं, लेकिन प्रॉब्लम यह है कि व्हाट्सएप का नंबर केवल उसी के पास होता है जो दुकान तक आ जाता है या फिर किसी का रेफरेंस मिल जाए। यदि अपन इस प्रॉब्लम को सॉल्व कर देते हैं तो अपने लिए एक बेहतरीन बिजनेस अपॉर्चुनिटी होगी।
करना क्या है- स्टेप बाय स्टेप समझिए
- Online Aggregator for Shopkeepers शुरू करना है।
- यह ई-कॉमर्स नहीं है बल्कि करोड़ों की ई-कॉमर्स कंपनियों की बैंड बजाने वाला जरूर हो सकता है।
- सबसे जरूरी बात है कि ई-कॉमर्स को स्टडी करना है परंतु कॉपी नहीं करना।
- दूसरी जरूरी बात यह कि ई-कॉमर्स की कमाई देखकर लालच नहीं करना।
- अब एक वेबसाइट (Aggregator) बनवाना है।
- ऐसे दुकानदार जो व्हाट्सएप पर ऑर्डर लेकर होम डिलीवरी दे रहे हैं, उन्हें ऑनबोर्ड कर देना है।
- बस काम हो गया, और आपकी कमाई शुरू।
फायदा कैसे होगा
पब्लिक को एक लोकल प्लेटफार्म मिलेगा। लोकल के दुकानदार मिलेंगे। Online Aggregator for Shopkeepers पर दुकानदार की पूरी जानकारी होगी। लोग फोन पर उससे बात कर सकेंगे। मोल भाव भी कर सकेंगे जो कम से कम भारतीय बाजार की पहचान है। इस प्रकार पब्लिक को फायदा होगा। लोकल का मार्केट भी उनके मोबाइल फोन में आ जाएगा। यहां तक कि वह घर बैठे मनपसंद समोसे भी मंगवा सकते हैं।
दुकानदार को और अधिक ग्राहक मिलने लगेंगे। उन्हें विज्ञापन नहीं करना पड़ेगा। ऐमेज़ॉन, फ्लिपकार्ट, जोमैटो और स्विग्गी जैसी कंपनियों को कमीशन देना पड़ता है लेकिन Online Aggregator for Shopkeepers में किसी को कमीशन नहीं देना पड़ेगा। जान पहचान के ग्राहक को ज्यादा डिस्काउंट विजय सकेंगे। पूरी दुकान ऑनलाइन हो जाएगी और वैसे ही चलेगी जैसा वह चलाना चाहते हैं। 100% मुनाफा जेब में और ऑनलाइन दुकान चलाने की आजादी किसे पसंद नहीं आएगी।
और अपन को, जैसा कि अपन ने फाइनल किया है कि लालच नहीं करेंगे। अपन अपने Online Aggregator for Shopkeepers पर गूगल और दूसरी कई कंपनियों द्वारा दिए जाने वाले विज्ञापन प्रकाशित करेंगे। करोड़ों तो नहीं होगी लेकिन इससे भी बड़ी अच्छी खासी कमाई हो जाती है। सबसे अच्छी बात यह है कि वेबसाइट के संचालन का न्यूनतम खर्चा आएगा इसके अलावा कुछ भी खर्च नहीं होना। नेट प्रॉफिट मार्जिन 80% के आसपास रहेगा। विज्ञापन के लिए भी मेहनत करने की जरूरत नहीं है क्योंकि जिस दुकान को अपने पैनल में शामिल करेंगे उसी दुकान पर अपना विज्ञापन भी चलेगा।
कुछ नियम जो बाजार में जड़े मजबूत कर देंगे
- ईमानदारी सबसे ज्यादा जरूरी होगी।
- हर प्रोडक्ट की एक कैटेगरी बनाई जाएगी।
- जिस दुकानदार की बिक्री ज्यादा हो रही है वह आटोमेटिक ली सबसे ऊपर डिस्प्ले होगा।
(उदाहरण के लिए, एक दुकान पर 50 आइटम है लेकिन आइटम नंबर 24 (बासमती चावल) सबसे ज्यादा बिकता है तो बासमती चावल की कैटेगरी में इस दुकान का नाम सबसे ऊपर आएगा)।
इस प्रकार अपने Online Aggregator for Shopkeepers में लोगों को पॉपुलर प्रोडक्ट सर्च करने में प्रॉब्लम नहीं होगी। सबसे अच्छी बात यह है कि लोग जिस दुकान में जो सामान अच्छा मिलता है वही खरीदेंगे। इससे बाजार में सुधार होगा।
डिस्काउंट ऑफर से एक्स्ट्रा कमाई कर सकते हैं
Online Aggregator for Shopkeepers में एक कैटेगरी डिस्काउंट ऑफर्स की बनाई जा सकती है। इसमें जो दुकानदार आएंगे उनसे एडवर्टाइजमेंट चार्ज किया जा सकता है। इससे जो कमाई होगी वह ऑफलाइन मार्केट में अपने Online Aggregator for Shopkeepers का विज्ञापन करने में खर्च कर सकते हैं। वैसे रेस्पॉन्सिव वेबसाइट अपने आप में काफी है फिर भी काम अच्छा चलने लगे तो मोबाइल एप्लीकेशन बना सकते हैं।
याद रखिए, जिसके पास ग्राहकों की संख्या सबसे ज्यादा होती है वह बाजार में कुछ भी कर सकता है। अमेजॉन ने ऑनलाइन किताब बेचने का काम शुरू किया था। आज ऐसा क्या है जो उनके पास नहीं मिलता। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) इसी प्रकार के स्मॉल बिजनेस आइडियाज और अन्य जॉब एवं बिजनेस अपॉर्चुनिटी के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। आपका धन्यवाद।