कहते हैं ना, winners don't do different things they do things differently (जीतने वाले अलग काम नहीं करते वे चीजों को अलग तरह से करते हैं) बस अपन को यही करना है। Zero investment business ideas कैटेगरी में यह यूनीक बिजनेस आइडिया काफी सक्सेस हो सकता है।
प्रॉब्लम स्टेटमेंट और बिजनेस अपॉर्चुनिटी
यहां आम आदमी और 10 to 5 कि जॉब करने वाले कर्मचारियों की बात नहीं कर रहे। दुनिया में ऐसे बहुत सारे लोग हैं जिनके लिए टाइम इज मनी है। वह अपनी फील्ड के स्पेशलिस्ट हैं और लगातार पैसा कमा रहे हैं। उन्हें कई चीजों की खरीदारी करनी होती है। आजकल पूरा बाजार ऑनलाइन हो गया है लेकिन इसमें भी बड़ी प्रॉब्लम है। ऐमेज़ॉन जैसी ई-कॉमर्स साइट पर दुकानदारों की भीड़ बहुत ज्यादा हो गई है। एक प्रोडक्ट के कई दाम दिखाई देते हैं। शेयर बाजार की तरह दाम घटते बढ़ते रहते हैं और फिर प्रोडक्ट की क्वालिटी का पता लगाना। प्रोडक्ट बेचने वाले की रेपुटेशन का पता लगाना, काफी टाइम खर्च हो जाता है। वह चाहते हैं कि कोई हो, जो उनकी डिमांड समझ सके और उनके लिए सही प्रोडक्ट का चुनाव कर सकें। प्रोफेशनल्स की यही प्रॉब्लम अपने लिए बिजनेस अपॉर्चुनिटी है।
बिजनेस प्लान क्या है, काम क्या करना है
बड़ी कंपनियों में खरीदारी करने के लिए परचेज डिपार्टमेंट होता है। पूरा स्टाफ होता है लेकिन आजकल लाखों प्रोफेशनल्स ऐसे हैं, जो कंपनी नहीं है। उन्हें हर रोज खरीदारी नहीं करनी होती लेकिन वह भी चाहते हैं कि उन्हें कोई सपोर्ट मिल जाए। ज्यादातर लोग अपनी फैमिली मेंबर्स को इस काम पर लगा देते हैं परंतु बात नहीं बनती। अपन को ऐसे ही लोगों की तलाश करनी है और उनका Purchase consultant बन जाना है। एक मिनिमम फीस, जो क्लाइंट को ठीक लगती हो, बस इतनी ही निर्धारित कर लेनी है क्योंकि क्राइम से मिलने वाली फीस अपना रिवेन्यू मॉडल नहीं है।
रेवेन्यू मॉडल क्या है, पैसा कहां से आएगा
Affiliate marketing के बारे में तो आपने सुना ही होगा। बहुत सारे लोग लाखों रुपए कमा रहे हैं। अपन को वह नहीं करना जो लोग कर रहे हैं। अपन तो Purchase consultant बनकर काम करेंगे लेकिन दूसरी तरफ Affiliate marketing से पैसा कमाएंगे। ट्रेन और फ्लाइट की टिकट बुकिंग से लेकर अमेजॉन और ऐसी तमाम कंपनियों के Affiliate बन जाएंगे। जब अपना क्लाइंट कोई आर्डर देगा तब अपन अपनी लिस्ट की कंपनियों में से उसके लिए सबसे सही प्रोडक्ट का चुनाव करेंगे। क्लाइंट को अच्छा वक्त मिल जाएगा और अपन को कंपनी से कमीशन।
Affiliate marketing का कन्वर्जन रेट बहुत खराब होता है क्योंकि Affiliate marketing करने वाले को पता नहीं होता कि लोगों को क्या चाहिए। अपन उल्टा काम कर रहे हैं। सबसे पहले ग्राहकों की लिस्ट बना रहे हैं। अपन को पता होगा कि अपने क्लाइंट को क्या चाहिए। ऐसी स्थिति में अपनी मेहनत बेकार नहीं जाएगी। कुछ दिनों तक काम करने के बाद अपन को यह भी पता लग जाएगा कि अपने पैनल में जो क्लाइंट हैं वह किस तरह के प्रोडक्ट खरीदते हैं और खरीदारी पर कितना पैसा खर्च करते हैं।
बस अपने पैनल में क्लाइंट की संख्या बढ़ाते जाना है और उन्हें ईमानदारी के साथ अच्छी सर्विस देना है। याद रखिए, ज्यादा कमीशन का लालच नहीं करेंगे तभी ज्यादा पैसे कमा पाएंगे। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article) इसी प्रकार के स्मॉल बिजनेस आइडियाज और अन्य जॉब एवं बिजनेस अपॉर्चुनिटी के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। आपका धन्यवाद।