आने वाले 5 सालों में यह बड़ा कारोबार बनेगा, शोरूम खोलना पड़ेगा परंतु फिलहाल इसे स्मॉल स्केल बिजनेस की तरह अपने घर के एक कमरे से शुरू कर सकते हैं। कंपटीशन नहीं है इसलिए भारत के छोटे शहरों में मात्र 3 लाख रुपए की पूंजी से स्टार्टअप कर सकते हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें हाई प्रॉफिट के साथ हाई डिमांड भी है। नुकसान होने का या असफल हो जाने की संभावना ही नहीं है।
सबसे पहले मार्केट समझ लीजिए
इस बिजनेस का स्केल उन लोगों को समझ में आएगा जो 15 से 40 इस ग्रुप के हाईप्रोफाइल लोगों की लाइफ स्टाइल को जानते हैं। यह बिजनेस किसी की प्रॉब्लम को सॉल्व नहीं कर रहा है बल्कि लग्जरी क्लास में है और प्रोफाइल मेंटेन करता है। स्नीकर्स के बारे में तो आप जानते ही होंगे। हर शहर में कुछ लोग स्नीकर्स के दीवाने हैं। 15-40 एज ग्रुप की एक कैटेगरी ऐसी है जो एप्पल का आईफोन के न्यू मॉडल के साथ इतनी ही वैल्यू के जूते पहनना पसंद करती है। दुनिया भर में एक बहुत बड़ा मार्केट बन गया है और हर रोज बढ़ता ही चला जा रहा है। ₹10000 से लेकर ₹100000 तक के जूते ट्रेनिंग में है। कुछ लोग इसके ऊपर की रेंज मेंटेन करते हैं।
अब अपनी बिजनेस अपॉर्चुनिटी
स्नीकर्स खरीदना एक बात है लेकिन उसकी केयर करना बिल्कुल अलग बात है। लोग अपने घरों में, बेडरूम में स्नीकर्स सजाकर रखते हैं। स्नीकर्स, इन दिनों एक प्रॉपर्टी की तरह हो गए हैं। कुछ समय तक यूज़ करने के बाद रीसेल कर दिए जाते हैं। काफी अच्छी रीसेल प्राइस मिल रही है। अपन को ना तो स्नीकर्स बेचना है और ना ही उन्हें रीसेल करना है। दोनों में बड़ी पूंजी लगेगी परंतु स्नीकर्स की केयर और एक्सेसरीज का मार्केट बहुत बड़ा है और फिलहाल इसमें कंपटीशन बहुत कम है।
स्नीकर्स को स्टोर, ऑर्गेनाइज और डिस्प्ले करने के लिए कई तरह के प्रोडक्ट की बिक्री होती है। स्नीकर्स को साफ करने के लिए काफी प्रोडक्ट बाजार में आ गए हैं। अब तो हालत यह है कि स्नीकर्स के सोल को गंदा होने से बचाने के लिए भी प्रोडक्ट आ गए हैं। अपन को स्नीकर्स एक्सेसरीज, ऑर्गेनाइजर और केयर प्रोडक्ट पर काम कर रहे हैं। आप चाहे तो ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। या फिर दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जो भी पास में हो, विजिट करके देख सकते हैं।
एक्सेसरीज, ऑर्गेनाइजर और केयर प्रोडक्ट की डिमांड हर शहर में है लेकिन उपलब्धता नहीं है। जो लोग स्नीकर्स ऑनलाइन खरीदते हैं वही लो एक्सेसरीज, ऑर्गेनाइजर और केयर प्रोडक्ट ऑफलाइन खरीदना चाहते हैं, क्योंकि खरीदने से पहले एक्सपीरियंस करना चाहते हैं। अपने घर में एक छोटा सा डिस्प्ले बना सकते हैं। फिर धीरे-धीरे डिमांड के साथ बड़ा कर सकते हैं। दुकान खोल सकते हैं, शोरूम ओपन कर सकते हैं।
आज की तारीख में सबसे अच्छी बात यह है कि यदि आपके पास प्रोडक्ट है तो आपको ग्राहकों के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उनको पता चलेगा तो वह खुद आपके पास आएंगे। बस प्रोडक्ट रेंज अच्छी रखी है और अपने क्लाइंट्स की प्रोफाइल को ध्यान में रखते हुए उनका वेलकम कीजिए। इस कैटेगरी में प्राइस तो कोई प्रॉब्लम होती ही नहीं है। हर कोई बड़ा प्रॉफिट कमा रहा है।