अपनी मातृभाषा हिंदी है और अपन चाहते हैं कि हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा बने। करोड़ लोग यही चाहते हैं लेकिन बहुत सारे लोग यह नहीं बता सकते कि अपनी भाषा को हिंदी नाम किसने दिया और हिंदी मूल रूप से किस भाषा का शब्द है। आइए हिंदी भाषा के बारे में कुछ आश्चर्यजनक और रोचक बातें पढ़ते हैं:-
अपनी भाषा को हिंदी नाम किसने और कब दिया
अपन सब जानते हैं कि भारत की राष्ट्रभाषा संस्कृत थी। इसी भारतवर्ष में कुछ अन्य भाषाएं भी थी और समय के साथ कुछ विदेशी आए। सभी के साथ कम्युनिकेशन को सामान्य बनाने के लिए संस्कृत की कोख से एक नई भाषा ने जन्म लिया जिसमें कई दूसरी भाषाओं के शब्द शामिल थे। इस भाषा का कोई आधिकारिक नाम नहीं था। लगभग 766 ईसा पूर्व 'पारसी' (इरानी) भारतवर्ष की भूमि पर शरण लेने के लिए आए। वह हिंदू कुश पर्वत और सिंधु नदी को को पार करते हुए आए थे।
हिंदी किस भाषा का शब्द है, हिंदी शब्द कहाँ से आया है
पारसी शब्दकोश में 'स' अक्षर का प्रावधान ही नहीं है। वह लोग 'स' को 'ह' बोलते हैं। इस प्रकार सिंधु नदी को उन्होंने हिंदू नदी बोला। सिंधु नदी से पोषित होने वाले स्थान को हिंदुस्तान का हो गया और इस क्षेत्र में रहने वाले लोग कम्युनिकेशन के लिए जिस भाषा का उपयोग करते थे उसे हिंदी नाम दिया गया। इस प्रकार अपनी हिंदी भाषा का नामकरण फारसी भाषा के विषयों द्वारा किया गया है। हिंदी शब्द मूल रूप से फारसी शब्द है।
हिंदी का जनक किसे कहा जाता है
हिंदी भाषा नहीं बल्कि आधुनिक हिंदी का जनक भारतेंदु हरिश्चंद्र को माना जाता है, वह हिंदी गद्य के एक महान लेखक थे भारतेंदु हरिश्चंद्र ने हिंदी गद्य में विशेष योगदान दिया इसके कारण ही इनको आधुनिक हिंदी का जनक कहा जाता है।
दुनिया की सबसे पुरानी भाषा कौन सी है
तमिल भाषा को दुनिया की सबसे पुरानी भाषा के तौर पर मान्यता मिली हुई है। करीब 5000 साल पहले भी इस भाषा की उपस्थिति थी। एक सर्वे के मुताबिक सिर्फ तमिल भाषा में 1863 अखबार प्रकाशित होते हैं।
दुनिया के कितने देशों में हिंदी भाषा बोली जाती है
दुनिया के 132 देशों में हिंदी भाषा बोली, पढ़ी और लिखी जाती है। कम्युनिकेशन के हिसाब से यह दुनिया की तीसरी सबसे लोकप्रिय भाषा है। इस हिसाब से हिंदी एक वर्ल्ड क्लास लैंग्वेज है। यह इतनी जटिल भाषा है कि, दुनिया के तमाम विशेषज्ञ हिंदी भाषा में कोई कंप्यूटर सॉफ्टवेयर नहीं बना पाए। कंप्यूटर की लैंग्वेज इंग्लिश और गणित है।
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