भगवान शिव किसी संप्रदाय, देश या पृथ्वी नहीं बल्कि ब्रह्मांड के देवता हैं। भारतीय शास्त्रों में वर्णन मिलता है कि, विभिन्न प्रकार की मनोकामनाओं के लिए अलग-अलग प्रकार के शिवलिंग का रुद्राभिषेक करना चाहिए। भगवान राम ने समुद्र यात्रा पर जाने से पहले बालू मिट्टी के शिवलिंग का रुद्राभिषेक किया था। आइए जानते हैं कुल कितने प्रकार के शिवलिंग होते हैं और किस शिवलिंग का क्या महत्व होता है:-
पत्थर के अलावा शिवलिंग किन किन चीजों से बनाए जाते हैं, पढ़िए
1. ऐसे रोगी जिन्हें अनुभवी विशेषज्ञों की दवाओं का भी लाभ नहीं मिल पा रहा है, मिश्री से शिवलिंग बनाकर रुद्राभिषेक करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से औषधियों का लाभ प्राप्त होने लगता है।
2. मिर्च, पीपल के चूर्ण में नमक मिलाकर बने शिवलिंग कि पूजा से वशीकरण और अभिचार कर्म के लिए किया जाता हैं।
3. भूमि एवं भवन प्राप्ति के लिए फूलों से बने हुए शिवलिंग का रुद्राभिषेक करना चाहिए।
4. परिवार में एकता, सुख, समृद्धि, संतान एवं मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए गेहूं, चावल और जौं, तीनों का समान भाग आटा मिलाकर बनाए गए शिवलिंग का रुद्राभिषेक करना चाहिए।
5. बगीचा अथवा फलवाटिका के स्वामी को अपने बगीचे के फल को वेदी पर शिवलिंग के स्थान पर रखकर उसका अभिषेक करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से वाटिका में उत्तम फल की उपज होती है।
6. यज्ञ कि भस्म से बने शिव लिंग कि पूजा से अभीष्ट सिद्धियां प्राप्त होती हैं।
7. यदि बांस के अंकुर को शिवलिंग के समान काटकर पूजा करने से वंश वृद्धि होती है।
8. दही को कपडे में बांधकर निचोड़ देने के पश्चात उससे जो शिवलिंग बनता हैं उसका पूजन करने से समस्त सुख एवं धन कि प्राप्ति होती हैं।
9. गुड़ से बने शिवलिंग में अन्न चिपकाकर शिवलिंग बनाकर पूजा करने से कृषि उत्पादन में वृद्धि होती हैं।
10. आंवले से बने शिवलिंग का रुद्राभिषेक करने से मुक्ति प्राप्त होती हैं।
11. कपूर से बने शिवलिंग का पूजन करने से आध्यात्मिक उन्नती प्रदत एवं मुक्ति प्रदत होता हैं।
12. यदि दुर्वा को शिवलिंग के आकार में गूंथकर उसकी पूजा करने से अकाल-मृत्यु का भय दूर हो जाता हैं।
13. स्फटिक के शिवलिंग का पूजन करने से व्यक्ति कि सभी अभीष्ट कामनाओं को पूर्ण करने में समर्थ हैं।
14. मोती के बने शिवलिंग का पूजन स्त्री के सौभाग्य में वृद्धि करता हैं।
15. स्वर्ण निर्मित शिवलिंग का पूजन करने से समस्त सुख-समृद्धि कि वृद्धि होती हैं।
16. चांदी के बने शिवलिंग का पूजन करने से धन-धान्य बढ़ाता हैं।
17. पीपल कि लकडी से बना शिवलिंग दरिद्रता का निवारण करता हैं।
18. लहसुनिया से बना शिवलिंग शत्रुओं का नाश कर विजय प्रदत होता हैं।
19. बिबर के मिट्टी के बने शिवलिंग का पूजन विषैले प्राणियों से रक्षा करता है।
20. पारद शिवलिंग का अभिषेक सर्वोत्कृष्ट माना गया है। घर में पारद शिवलिंग सौभाग्य, शान्ति, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के लिए अत्यधिक सौभाग्यशाली है।
दुकान, ऑफिस व फैक्टरी में व्यापारी को बढाऩे के लिए पारद शिवलिंग का पूजन एक अचूक उपाय है। शिवलिंग के मात्र दर्शन ही सौभाग्यशाली होता है। इसके लिए किसी प्राणप्रतिष्ठा की आवश्कता नहीं हैं। पर इसके ज्यादा लाभ उठाने के लिए पूजन विधिक्त की जानी चाहिए। ✒ पंडित विशाल दयानंद शास्त्री। यहां क्लिक करके यह भी पढ़िए- शिवलिंग की पूजा किस दिशा में बैठकर करनी चाहिए और क्यों
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