छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित व्यवहार न्यायाधीश सिविल जज परीक्षा को लेकर विवाद की स्थिति बन गई है। एक तरफ ट्रेनें लेट थी और दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के अधिवेशन के कारण ट्रैफिक जाम की स्थिति थी। 43% उम्मीदवार निर्धारित समय पर परीक्षा केंद्र नहीं पहुंच पाए। उम्मीदवारों ने यह परीक्षा दोबारा आयोजित कराने की मांग की है। उम्मीद की जा रही है कि लोक सेवा आयोग जल्द ही इस मामले में परीक्षार्थियों के हित में कोई निर्णय लेगा।
रेलवे के कारण समय पर नहीं पहुंच पाए हजारों परीक्षार्थी
छत्तीसगढ़ सिविल जज परीक्षा में सबसे बड़ी प्रॉब्लम रेलवे के कारण आई।समता एक्सप्रेस 4.32 घंटे, अमरकंटक 3.10 घंटे और टाटानगर एक्सप्रेस 5.05 घंटे देर से रायपुर रेलवे स्टेशन पहुंची। ज्यादातर कैंडीडेट्स इन्हीं ट्रेनों से आए थे लेकिन लेट होने के कारण सभी ट्रेन है परीक्षा प्रारंभ होने के समय के बाद रायपुर पहुंची। उम्मीदवारों ने रेलवे स्टेशन पर जमकर हंगामा किया। रेलवे की तरफ से उम्मीदवारों से माफी मांगी गई। उम्मीदवारों का कहना है कि उन्हें माफी नहीं, परीक्षा का अवसर चाहिए।
रायपुर में 52% उम्मीदवार परीक्षा नहीं दे पाए
रायपुर जिले में 37 परीक्षा केंद्रों में 16492 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन परीक्षा में सिर्फ 7849 अभ्यर्थियों ने ही हिस्सा लिया। 8643 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। कुल 47.6 फीसद अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। वहीं बिलासपुर में 7303 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था, जिनमें 4457 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। दुर्ग-भिलाई में भी 1898 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था, जिनमें 1325 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। प्रदेशभर में कुल 13631 अभ्यर्थियों ने परीक्षा में हिस्सा लिया।
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