ग्वालियर। कांग्रेस पार्टी के नेता, विधायक एवं महापौर पति सतीश सिकरवार के खिलाफ एक शिकायत प्रकाश में आई है। आरोप लगाया गया है कि जयारोग्य चिकित्सालय में सागर से पीजी की पढ़ाई करने आए एक डॉक्टर, विधायक सिकरवार के नाम पर एंबुलेंस और मिल्क पार्लर इत्यादि से अवैध वसूली करते हैं। शिकायत सही है या गलत यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा परंतु फिलहाल, बवाल मच गया है।
डॉक्टर हितेंद्र यादव की प्रतिनियुक्ति ही गलत है, शिकायत में दावा
शिकायतकर्ता सामने नहीं आए हैं बल्कि एक पत्र भेजा है। इसमें दावा किया गया है कि डॉक्टर हितेंद्र यादव की प्रतिनियुक्ति ही गलत है। सागर मेडिकल कॉलेज से प्रतिनियुक्ति पर आए हैं। ग्वालियर से पीजी करना चाहते हैं। सागर मेडिकल कॉलेज में उन्हें छुट्टी नहीं दी है। ऐसी स्थिति में ग्वालियर में एडमिशन नहीं होना चाहिए था लेकिन फिर भी दिया गया। यह गलत है।
पीजी की पढ़ाई करने डॉक्टर को एंबुलेंस का इंचार्ज बना दिया
शिकायत में यह भी बताया गया है कि डॉक्टर हितेंद्र यादव ग्वालियर में पीजी की पढ़ाई करने आए हैं। एक विद्यार्थी को प्रशासनिक कामों में नहीं लगाया जा सकता लेकिन फिर भी डॉ यादव को JAH एंबुलेंस का इंचार्ज बना दिया गया है। इसी प्रशासनिक पद का फायदा उठाकर वह मनमानी कर रहे हैं। इस बात की पुष्टि हो गई है कि डॉक्टर यादव को JAH में एंबुलेंस का इंचार्ज बनाया गया है।
सारी पॉलिटिक्स जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन अध्यक्ष पद के लिए
सूत्रों का कहना है कि विधायक सिकरवार की सरपरस्ती के चलते डॉ यादव जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष पद की दावेदारी कर रहे हैं। जबकि उनके विरोधी लामबंद हो रहे हैं और यह जो शिकायत की गई है उन्हीं में से किसी एक ने की है।
डॉक्टर और अधीक्षक एक ही जाति के हैं- विधायक सिकरवार ने बताया
डा सतीश सिकरवार, कांग्रेस विधायक का कहना है कि इस तरह का पत्र तो कोई भी भेजकर किसी पर भी आरोप लगा सकता है। मेरा अस्पताल से क्या लेना देना। हितेन्द्र भी धाकड़ है और अधीक्षक भी धाकड़ हैं तो हो सकता है कि अधीक्षक से नाराज रहने वाला गुट इस तरह के पत्र भेजकर अनर्गल आरोप लगा रहे हों। यदि वहां पर इस तरह का कृत्य हो रहा है तो कोई आकर मुझसे शिकायत करे, मैं खुद कार्रवाई कराऊंगा।
यदि नियम का उल्लंघन हुआ तो कार्रवाई होगी: कमिश्नर
दीपक सिंह, संभागायुक्त का कहना है कि हर काम नियमानुसार होना चाहिए, यदि नियमों का पालन नहीं हो रहा है तो मैं उसकी जांच कराऊंगा और कार्रवाई भी की जाएगी।
छात्रों को प्रबंधन के काम में नहीं लगा सकते- डीन, जीआरएमसी
डा अक्षय निगम, डीन, जीआरएमसी का कहना है कि प्रबंधन का कार्य प्रबंधक करें, छात्र अपनी पढ़ाई करें। मैं पूरे मामले को दिखवाता हूं और इस तरह का कोई आदेश निकला है तो उसे रद्द किया जाएगा।
अस्पताल के दलाल नाराज हैं इसलिए शिकायत कर रहे हैं: डॉ यादव
डा हितेन्द्र यादव, पीजी छात्र का कहना है कि, अस्पताल में दूर दराज से गरीब मरीज आते हैं। उन्हें परेशानी न हो इसके लिए एंबुलेंस की व्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी मिली। जिससे अस्पताल में दलाली समाप्त हो। इसी बात से नाराज कुछ लोग अनर्गल आरोप लगाकर पत्र भेज रहे होंगे। लीव विदाऊट पे लेकर पीजी कर रहा हूं। यदि किसी से वसूली हुई तो सामने आकर शिकायत करे।
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