ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में महिला की उसके लिव इन पार्टनर ने गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद घंटे वहां घूमता रहा फिर प्रेमिका के 9 साल के बेटे को लेकर घर पहुंचा। अंदर महिला की लाश देख नाटक करने लगा। शव को एम्बुलेंस से महिला के ससुराल भिंड लेकर पहुंचा। बीच रास्ते में उतरकर महिला के पति को फोन कर कहा, तुम्हारी पत्नी ने फांसी लगा ली है। डेडबॉडी भेज रहा हूं।
महिला के कान से खून बह रहा था। मामला संदिग्ध लगने पर ससुरालवालों ने भिंड की पावई थाना पुलिस को सूचना दी। घटना ग्वालियर की होने के कारण पावई पुलिस ने शव को वापस ग्वालियर भिजवाया। ग्वालियर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने बताया कि महिला उसके साथ 6 महीने से रह रही थी, लेकिन पिछले कुछ दिन से उसका पुराना प्रेमी भी मिलने आने लगा था। इसी बात पर झगड़ा हुआ और उसने हत्या कर दी।
ग्वालियर के शीलनगर निवासी रीना भदौरिया (35) भिंड के पावई गांव की रहने वाली थी। वह बीते 5 साल से पति दशरथ सिंह से अलग ग्वालियर में रह रही थी। यहां शादी में खाना बनाने वाले हलवाइयों के साथ काम करती थी। उसके तीन बच्चे हैं। दो बच्चे नानी के साथ रहते हैं। 9 साल का एक बेटा उसके साथ ही ग्वालियर में रहता था। 6 महीने से वह सुरेंद्र धाकड़ (23) के साथ रिलेशन में थी।
महिला के ससुरालवाले रविवार सुबह शव को लेकर ग्वालियर थाने पर पहुंचे। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर अधिकारियों को सूचना दी। रीना की गर्दन पर गहरा निशान था। फॉरेंसिक विशेषज्ञ के अनुसार गर्दन पर साड़ी को कसकर गला घोंटा गया था, जिससे उसके गले पर गहरा निशान बन गया और इसी कारण उसके कान से खून निकलने लगा। इसी पड़ताल के दौरान थाना प्रभारी राजेंद्र परिहार को संदेही सुरेंद्र की तलाश में भेजा गया। सुरेंद्र को पुलिस ने पुरानी छावनी में जलालपुर से पकड़ लिया।
हत्या के मामले में पकड़े गए आरोपी सुरेंद्र धाकड़ ने बताया कि 18 फरवरी को दोपहर में रीना ने बानमोर से पुराने प्रेमी कुणाल के आने की बात बताई। कुछ दिन पहले भी कुणाल के आने को लेकर उससे विवाद हुआ था। अगले दिन दोपहर 1-2 बजे के बीच विवाद होने पर सुरेंद्र ने रीना की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसी दौरान रीना का बेटा, जो बेकरी पर काम करता है, खाना खाने के लिए घर पहुंचा, तब सुरेंद्र ने कमरे के अंदर से बच्चे को 10 रुपए का नोट देकर उसे कुछ खाने की बात बोलकर बाहर रवाना कर दिया। रीना की हत्या के बाद सुरेंद्र शाम को मेला घूमने गया और फिर रात लगभग 9 बजे बच्चे की बेकरी पर पहुंचकर बच्चे को साथ लेकर कमरे पर पहुंचा।
कमरा खोला तो रीना मृत अवस्था में पड़ी थी। इसके बाद सुरेंद्र महिला के बेटे के सामने नाटक करने लगा। बोला- पता नहीं कैसे क्या हुआ? रीना बीमार हुई या कोई मार गया? मैं तो तुम्हारे साथ ही आया हूं। इसके बाद सुरेंद्र ने अपने एक साथी को बुलाया और एम्बुलेंस से शव लेकर दशरथ के गांव पहुंचा। गांव से कुछ दूर पहले वह एम्बुलेंस से उतर गया। बच्चे को शव के साथ भेज दिया। रीना के परिजन ने शव देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी।