ग्वालियर। ग्वालियर पुलिस की एक टीम बिना नंबर की गाड़ी से रतलाम आई और भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष एवं ढोढर के युवा नेता विवेक पोरवाल को फिल्मी स्टाइल में उठाकर ले गई। पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। भाजपा नेता का दिनदहाड़े अपहरण हो गया है। बाद में पता चला कि पुलिस थाना मोहना जिला ग्वालियर की पुलिस टीम थी।
बिना नंबर वाली कार में 3-4 लोग सवार थे
जानकारी के अनुसार विवेक पोरवाल शुक्रवार दोपहर करीब एक ढोढर बाजार में थे, तभी बगैर नम्बर की एक कार उनके पास पहुंची। कार में तीन-चार लोग सवार थे। एक व्यक्ति कार से उतरा व विवेक से हाथ मिलाकर उन्हें कार के पास ले गया। इसके बाद विवेक को कार में बैठाया और कार तेजी से हाईवे से जावरा की तरफ चली गई। अचानक विवेक को कार में जबरदस्ती बैठाते देख लोग कुछ समझ भी नहीं पाए और क्षेत्र में उनका अपहरण कर ले जाने की खबर तेजी से फैली।
लोग एक-दूसरे से जानकारी लेने लगे।वहीं उनके समर्थकों व ग्रामवासियों की भीड़ उनके घर पर एकत्रित हो गई तथा किसी अनहोनी की आशंका के चलते सभी के चेहरों पर घबराहट और असमंजस की स्थिति बन गई। कुछ देर बाद लोगों को पता चला कि ग्वालियर से पुलिस दल आया था, वह विवेक पोरवाल को पूछताछ के लिए ले गया है।
इस संबंध में जावरा एसडीओपी रवींद्र बिलवाल ने बताया कि अपहरण जैसी कोई बात नहीं है। ग्वालियर पुलिस का दल आया था, किसी मामले में पूछताछ के लिए ले गया है।
मोहना थाना प्रभारी शैलेंद्र धुरैया ने बताया कि 23 सितंबर 2022 को एक ट्रक में 19 क्विंटल डोडाचूरा ले जाते आरोपित संदीप तोमर व रामनारायण तोमर दोनों निवासी मुरैना को गिरफ्तार किया गया था। बाद में प्रकरण से जुड़े आरोपित ब्रजेश सिकरवार निवासी आगरा को भी गिरफ्तार किया गया था। जांच में पता चला कि आरोपित विवेक पोरवाल भी मामले में शामिल होकर डोडाचूरा मंगाने व रुपयों के लेनदेन से जुड़ा है। इस कारण उसे हिरासत में लिया गया है।
यह है मामला
ग्वालियर पुलिस को 23 सितंबर 2022 को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दक्षिण भारत से ट्रक में बड़ी मात्रा में डोडाचूरा भरकर लाया जा रहा है। पुलिस ने ग्वालियर-शिवपुरी हाईवे पर मोहना थाना क्षेत्र के ग्राम चराई मौजा के पास नाकाबंदी कर उक्त ट्रक को रुकवाकर तलाशी ली थी।
तलाशी लेने पर ट्रक में 19 क्विंटल डोडाचूरा पाया गया था।पुलिस ने ड्राइवर संदीप तोमर व रामनारायण तोमर को गिरफ्तार कर पूछताछ की थी तो उन्होंने ट्रक आरोपित बृजेश सिकरवार का होना बताया था। साथ ही यह भी जानकारी दी थी कि ब्रजेश के कहने पर ही वे दीपापुर (नागालेंड) से डोडाचूरा ट्रक में लेकर इंदौर की तरफ जा रहे थे।