MP शिक्षक भर्ती घोटाला- गड़बड़ी पकड़ने वाले DEO के खिलाफ DPI द्वारा कड़ी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू

भोपाल
। बड़ी खबर है। मध्य प्रदेश शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के दौरान डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में गड़बड़ी पकड़ने वाले जिला शिक्षा अधिकारी के खिलाफ लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा कड़ी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और जिस कैंडिडेट के डॉक्यूमेंट में गड़बड़ी पाई गई थी उसे क्लीनचिट देकर स्कूल में पदस्थापना करवा दी गई है। 

मैंने जांच कराई और मुझे भी नोटिस दे दिया: पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी 

मामला मध्य प्रदेश के सागर जिले में पदस्थ उच्च माध्यमिक शिक्षक नीरज प्रजापति का है। श्री अजब सिंह ठाकुर उन दिनों सागर के जिला शिक्षा अधिकारी थे (इनका किस्सा न्यूज़ में सबसे नीचे मिलेगा)। लोक शिक्षण संचालनालय ने उन्हें एक नोटिस दिया है। इसके जवाब में अजब सिंह ठाकुर ने लिखा है कि उनके ही आदेश पर नीरज प्रजापति के खिलाफ जांच प्रारंभ हुई थी, इसलिए नीरज प्रजापति के मामले में उन्हें नोटिस देना उचित नहीं है। 

नीरज प्रजापति उच्च माध्यमिक शिक्षक गणित पर लगे आरोप का विवरण

मध्य प्रदेश उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा प्रक्रिया के बाद नीरज प्रजापति का नाम शिक्षक वर्ग 1 की चयन सूची में आया था। सागर जिले में पदस्थापना के लिए 6 अक्टूबर 2021 को आदेश जारी किए गए। डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन कमेटी द्वारा कोई गड़बड़ी नहीं पकड़ी गई और नीरज प्रजापति की फाइल जिला शिक्षा अधिकारी अजब सिंह ठाकुर के पास पहुंची। 

मेरे आदेश पर जांच हुई और मैंने ही DPI BHOPAL को प्रतिवेदन भेजा

श्री अजब सिंह ठाकुर ने अपने जवाब में लिखा है कि, मेरे समक्ष जो दस्तावेज प्रस्तुत हुए उसमें नीरज प्रजापति के कोर्ट केस की जानकारी नहीं थी। शिकायत प्राप्त होने पर मैंने बीईओ रहली को जांच के आदेश दिए। BEO से प्राप्त इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट के आधार पर 29 अप्रैल 2022 को वस्तुस्थिति का प्रतिवेदन लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल को भेजा। 

DPI ने पहले कार्रवाई शुरू की फिर क्लीनचिट दे दी

श्री अजब सिंह ठाकुर अपने जवाब में लिखते हैं कि, मेरे प्रतिवेदन के आधार पर ही लोक शिक्षण संचालनालय ने 16 अगस्त 2022 को नीरज प्रजापति की संस्था में उपस्थिति निरस्त कर दी थी। उसके बाद इस मामले में उनसे कोई व्यवहार नहीं किया गया। दिनांक 20 दिसंबर 2022 को लोक शिक्षण संचालनालय ने नीरज प्रजापति को क्लीन चिट देते हुए उच्च माध्यमिक शिक्षक गणित के पद पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रैली में पदस्थ कर दिया। 

अजब सिंह ठाकुर का कहना है कि अब इस मामले में उन्हें नोटिस दिया गया है। जबकि वह इस मामले में किसी भी एंगल से आरोपित नहीं है।

अजब सिंह ठाकुर का बीजेपी कनेक्शन 

स्कूल शिक्षा विभाग सागर के श्री अजब सिंह ठाकुर का भी अपना ही किस्सा है। भाजपा के साथ इनकी पावर को ऑन और ऑफ होते हुए देखा गया है। सन 2018 में भाजपा सरकार के दौरान अजब सिंह को डीईओ पद की कमान सौंपी गई थी। उसके बाद मध्य प्रदेश में सरकार बदल गई। कांग्रेस पार्टी का शासन आ गया। जनवरी 2019 में अजब सिंह को हटाकर डाईट प्राचार्य बना दिया गया और जिला शिक्षा अधिकारी की जिम्मेदारी डॉ. महेंद्र प्रताप तिवारी को सौंपी गई। मार्च 2020 में दोबारा भाजपा सरकार बन गई। पूरे 16 माह बाद डॉ. तिवारी को हटाकर दोबारा अजब सिंह की ताजपोशी की गई। 

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