ग्वालियर-चंबल संभाग के मुरैना जिले की जौरा तहसील के एसडीएम अरविंद माहौर ने शैलेंद्र सिंह सिकरवार के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है। आरोप है कि शैलेंद्र सिंह सिकरवार ने एसडीएम अरविंद माहौर पर खाद्यान्न वितरण में घोटाले का आरोप लगाया और उनके चेंबर में घुसकर पीटा। इस घटना के 10 दिन बाद पुलिस थाने में FIR दर्ज की गई, आरोपी शैलेंद्र सिंह सिकरवार को गिरफ्तार किया गया और कोर्ट ने उसे जेल भेज दिया है।
गिरफ्तार हुए शैलेंद्र सिंह सिकरवार एवं उसके परिवार वालों की तरफ से कोई पक्ष प्राप्त नहीं हुआ है। पुलिस थाना जौरा से मिली जानकारी के अनुसार SDM अरविंद माहौर ने 10 फरवरी को टीआई ओपी रावत को एक आवेदन दिया था जिसमें शैलेन्द्र सिंह सिकरवार, निवासी पचोखरा, चिन्नौनी के खिलाफ शिकायत की थी कि, शैलेंद्र सिंह ने उनके ऑफिस में आकर अभद्रता की, उन पर खाद्यान्न वितरण में घोटाले का आरोप लगाया और उनके साथ मारपीट की। पुलिस ने इस मामले में 18 फरवरी 2023 को प्रकरण दर्ज किया। शैलेंद्र सिंह सिकरवार को गिरफ्तार करके न्यायालय में प्रस्तुत किया और न्यायालय ने उसे जेल भेज दिया।
पुलिस ने 8 दिन बाद मामला क्यों दर्ज किया, एसडीएम चुप क्यों रहे
इस घटनाक्रम में दो बड़े प्रश्न हैं। SDM के साथ उनके चेंबर में मारपीट जैसी घटना, जिसके चश्मदीद गवाह भी हैं और सीसीटीवी रिकॉर्ड भी, होने के 8 दिन तक मामला दर्ज क्यों नहीं किया क्या और दूसरा सबसे बड़ा सवाल यह है कि इन 8 दिनों तक एसडीएम चुप क्यों रहे। तीसरा सवाल यह है कि इस मामले में मुरैना कलेक्टर ने हस्तक्षेप क्यों नहीं किया। सूत्रों का कहना है कि, मामला इसलिए दर्ज किया गया क्योंकि शैलेंद्र सिंह सिकरवार ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक बातें लिखना शुरू कर दिया था।
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