भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में बजट सत्र 2023 के आयोजन की बड़े पैमाने पर तैयारी चल रही है। विधायकों के पास भी सवाल पूछने का आखरी मौका है। उनका कहना है कि इस बार काफी तीखे सवाल लगाए गए हैं। स्थिति यह है कि मंत्रालय के अफसरों के पास सवालों के जवाब नहीं है। इधर विधानसभा ने मुख्य सचिव सहित सभी विभागीय अफसरों को नोटिस जारी किया है कि यदि जवाब नहीं दिया तो सदन में मंत्री बदनाम होंगे।
विधानसभा प्रश्न के जवाब में, जानकारी एकत्रित की जा रही है, नामंजूर
मध्यप्रदेश विधानसभा की ओर से मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव सहित सभी संबंधित सीनियर अफसरों को एक परिपत्र जारी किया गया है। इसमें लिखा है कि, किसी भी प्रश्न के उत्तर में 'जानकारी एकत्रित की जा रही है' स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसके स्थान स्थान पर सदन में बताया जाएगा कि मंत्री महोदय की ओर से उत्तर नहीं मिला है। ऐसी स्थिति में मंत्रियों की बदनामी होगी। स्पष्ट तौर पर कहा जाएगा कि मंत्री अपने विभाग के सवालों से भाग रहे हैं।
MP NEWS- सभी अधिकारियों को रिमाइंडर, 19 से 22 तक के पेंडिंग उत्तर दीजिए
विधानसभा से जारी किए गए परिपत्र में सभी अधिकारियों को ध्यान दिलाया गया है कि जुलाई 2019 से लेकर दिसंबर 2022 तक विधान सभा में उपस्थित हुए कई प्रश्नों के उत्तर में उनकी तरफ से 'जानकारी एकत्रित की जा रही है' बताया गया था। अर्थात उन सभी प्रश्नों के उत्तर पेंडिंग है। इस बार वह सभी उत्तर भी मांगे गए हैं। कुल मिलाकर विधानसभा में इस बार सरकार को जवाबदेह बनाने की कोशिश की जा रही है।
संबंधित समाचार- विधानसभा अध्यक्ष श्री गिरीश गौतम बीमार हैं। राजधानी के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित भारतीय जनता पार्टी के नेता उनका हालचाल जानने के लिए गए थे लेकिन कांग्रेस पार्टी की ओर से प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष अब तक उनसे मिलने नहीं गए हैं।
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