भोपाल। मध्य प्रदेश के तत्कालीन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रिय आईएएस ऑफिसर रहे, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव श्री एम गोपाल रेड्डी की गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है। 2 साल पहले प्रवर्तन निदेशालय ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था। 1 दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर तेलंगाना हाई कोर्ट द्वारा लगाई गई रोक, हटा दी है।
मध्य प्रदेश का ईटेंडर घोटाला फिर से सुर्खियों में
मामला मध्य प्रदेश के सबसे बड़े ई टेंडर घोटाले का है। सबसे ज्यादा गड़बड़ी जल संसाधन विभाग के ठेकों में हुई थी। उस समय जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री एम गोपाल रेड्डी थे। सन 2018 में MPEOW द्वारा मामला दर्ज किया गया था। इसी के आधार पर ED ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था। दामन पर दाग होने के बावजूद मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने श्री एम गोपाल रेड्डी को अपनी सरकार के अंतिम दिनों में मुख्य सचिव बना दिया था। सत्ता परिवर्तन होते ही उन्हें मुख्य सचिव के पद से हटा दिया गया था। 1985 बैच के आईएएस अफसर गोपाल रेड्डी सितंबर 2020 में रिटायर हो गए थे।
एम गोपाल रेड्डी की अग्रिम जमानत खारिज
रिटायरमेंट के बाद श्री एम गोपाल रेड्डी हैदराबाद चले गए थे। 2 साल पहले प्रवर्तन निदेशालय ने उनके हैदराबाद स्थित निवास पर छापामार कार्रवाई की थी। तेलंगाना हाई कोर्ट ने इस मामले में उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। प्रवर्तन निदेशालय ने तेलंगाना हाई कोर्ट के स्टे के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। ताजा समाचार यह है कि सुप्रीम कोर्ट ने ED के पक्ष में फैसला सुनाते हुए श्री एम गोपाल रेड्डी की अग्रिम जमानत खारिज कर दी है। अब प्रवर्तन निदेशालय किसी भी समय श्री एम गोपाल रेड्डी को गिरफ्तार कर सकता है।
कमलनाथ और एम गोपाल रेड्डी का रिश्ता
मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी की ओर से सीएम कैंडिडेट श्री कमलनाथ और पूर्व मुख्य सचिव श्री एम गोपाल रेड्डी का रिश्ता काफी पुराना और मजबूत है। श्री रेड्डी अपने शुरुआती सेवाकाल में छिंदवाड़ा के कलेक्टर बने थे। वही कमलनाथ से मुलाकात हुई और फिर दोनों के गुण मिल गए। यह रिश्ता इतना पक्का था कि जब मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी तो श्री रेड्डी प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली चले गए थे। जब कमलनाथ मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने रेड्डी को पावरफुल पोजीशन से रिटायर करने के लिए अपनी सरकार के अंतिम समय में मुख्य सचिव बना दिया था।
एम गोपाल रेड्डी- मात्र 9 दिन के मुख्य सचिव
भारतीय प्रशासनिक सेवा के सीनियर ऑफिसर श्री एम गोपाल रेड्डी को तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ का काफी नजदीकी और पसंदीदा अधिकारी बताया जाता था। मध्यप्रदेश में जब श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक विधायक कमलनाथ के खिलाफ लामबंद हो गए थे, ऐसी तनाव की स्थिति में सीएम श्री कमलनाथ ने श्री एसआर मोहंती को उनका कार्यकाल पूरा होने से पहले हटाकर श्री एम गोपाल रेड्डी को मध्य प्रदेश का मुख्य सचिव बना दिया था। श्री रेड्डी मध्यप्रदेश में मात्र 9 दिन तक मुख्य सचिव रह पाए। सत्ता परिवर्तन होते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें मुख्य सचिव के पद से हटा दिया था।
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