भोपाल। सरकार ने मध्य प्रदेश को कोरोनामुक्त घोषित कर दिया है क्योंकि पूरे राज्य में अब एक भी मरीज नहीं है लेकिन राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का सिस्टम अभी भी संक्रमित है। RGPV मैनेजमेंट में इम्यूनिटी ही नहीं बची है। ना टाइम पर एडमिशन करा पाए और ना परीक्षा कराने की स्थिति में है। मध्य प्रदेश के सरकारी ऑफिसों में फाइव डे वीक होता है परंतु आरजीपीवी में शायद फाइव डे ऑफ होता है।
इतने आलसी हो गए, 45 दिन की परीक्षा 90 दिन में करा रहे हैं
बात परीक्षाओं की ही हो रही है जो किसी भी शिक्षण संस्थान के सबसे महत्वपूर्ण होता है। कॉपी पेस्ट करके जो कैलेंडर जारी किया था। उसके हिसाब से बी फार्मेसी और एम फार्मेसी के फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षाएं 14 मार्च से शुरू होनी है परंतु यूनिवर्सिटी में अब तक टाइम टेबल ही नहीं बना है। यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट का कहना है कि इस बार स्टूडेंट्स को सेमेस्टर ब्रेक नहीं देंगे। ऐसा करके स्पीड मेंटेन कर ली जाएगी। सवाल यह है कि जो परीक्षाएं पहले 45 दिन में हो जाती थी अब उन्हें 90 दिन में किया जा रहा है। ऐसा ही चलता रहा तो समय पर कोट्स कैसे पूरे होंगे। यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट को अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए इलाज करवाना चाहिए।
परीक्षा कैसे कराएं, पढ़ाई तो पूरी हो जाए: परीक्षा नियंत्रक
आरजीपीवी भोपाल के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर प्रशांत जैन का एक बयान सामने आया है। उनका कहना है कि 1 शिक्षा सत्र में 14 सप्ताह पढ़ाई होनी चाहिए। हम चाहते हैं कि कम से कम 12 सप्ताह की पढ़ाई तो पूरी हो जाए। अगले साल से सब कुछ टाइम टेबल के हिसाब से होने लगेगा। इस बार स्टूडेंट्स को सेमेस्टर ब्रेक नहीं मिलेगा।
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