भोपाल। कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा, शिवराज सिंह चौहान, कमलनाथ और डॉ नरोत्तम मिश्रा की जबरदस्त निंदा के बाद कलेक्टर के आदेश पर सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव बंद करने का ऐलान कर दिया गया है। अब किसी को रुद्राक्ष नहीं दिया जाएगा। लाखों लोगों को वापस लौटा दिया गया है। महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम चलते रहेंगे।
कुबेरेश्वर धाम सीहोर- 16 फरवरी 2023 को क्या हुआ
- 15 फरवरी 2023 की शाम को ही व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी।
- 16 फरवरी 2023 की सुबह लाखों लोग सड़कों पर मौजूद थे।
- भोपाल इंदौर हाईवे पर 27 किलोमीटर लंबा जाम 10 घंटे तक चला।
- एंबुलेंस को निकलने का रास्ता तक नहीं दिया गया।
- एक महिला की मौत हुई, 3 महिलाएं लापता। 3000 लोगों से ज्यादा लोगों की तबीयत खराब हुई।
- भीड़ के कारण ट्रैफिक के साथ-साथ मोबाइल नेटवर्क भी जाम हो गया था।
- ₹15 में मिलने वाली 1 लीटर पानी की बोतल ₹150 तक बिकी।
- 1 लीटर ट्यूबवेल का पानी ₹50 में बिका।
- लाखों लोगों को किसी भी कीमत पर खाना नहीं मिला।
- लोगों ने रेलवे स्टेशन, पेट्रोल पंप और खेतों में खुले आसमान के नीचे रात गुजारी।
प्रदीप मिश्रा, शिवराज सिंह, नरोत्तम मिश्रा और कमलनाथ जिम्मेदार
देशभर के तमाम टीवी चैनल, समाचार पत्र और न्यूज़ पोर्टल इस मामले में कथा वाचक प्रदीप मिश्रा, उनको अत्यधिक महत्व देने वाले गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और इतनी अव्यवस्थाओं के बाद भी सवाल नहीं उठाने वाले कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ की निंदा कर रहे हैं।
भोपाल समाचार की खबर का असर
भोपाल समाचार डॉट कॉम ने 16 फरवरी को बताया था कि कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाना स्थानीय कलेक्टर और एसपी की संवैधानिक जिम्मेदारी है। किसी भी अप्रिय स्थिति के लिए दोनों कानूनी रूप से जिम्मेदार होंगे। इसके बाद जवाबदेही को लेकर प्रश्न उठने लगे। रात तक स्थिति गंभीर हो गई थी और सुबह सीहोर कलेक्टर ने पंडित प्रदीप मिश्रा को रुद्राक्ष महोत्सव बंद करने की निर्देश दे दिए।
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