भोपाल। प्रदेश की राजधानी भोपाल में महानीरीक्षक पंजीयन कार्यालय के स्टेनो को लोकायुक्त टीम ने की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। आरोपी स्टेनो ने 50 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। बाद में 6 हजार रुपए में सौदा तय हुआ। बुधवार को उसने जैसे ही तीन हजार रुपए लिए, उसी समय जाल बिछाए बैठी लोकायुक्त ने टीम ने उसे दबोच लिया।
लोकायुक्त एसपी बताया कि रतनगढ़, नीमच निवासी मोहम्मद हारून ने 27 फरवरी को लोकायुक्त कार्यालय को शिकायती आवेदन दिया। उन्होंने बताया कि उसके बड़े भाई अल्ताफउद्दीन ने ग्राम पंचायत उमर के सचिव से मिलकर फर्जी भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र जारी करवाकर उसके शासकीय भूमि पर बने मकान को अपनी पत्नी पत्नी तस्लीम बानो के रजिस्ट्री करवा ली है।
इसकी शिकायत स्थानीय प्रशासन से की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं। इस पर हारून महानिरीक्षक पंजीयन कार्यालय भोपाल में 17 फरवरी को आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए आवेदन दिया। जिस पर पंजीयन कार्यालय के शिकायत शाखा का स्टेनो सनी कटारे ने 50 हजार रुपए की मांग की गई। सनी कटारे के साथ स्टेनो जीतेन्द्र ठाकुर भी रिश्वत की मांग में शामिल था।
जीतेन्द्र ने 6 हजार रुपए में सौदा तय किया। पहली किस्त 3 हजार रुपए ले लिए। अगले रोज 3 हजार रुपए देने के लिए। 1 मार्च को आरोपी सनी कटारे ने जैसे ही 3 हजार रुपए लिए, तभी लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया। आरोपी पैसे फेंकने की कोशिश करने लगा।