Chaitra navratri 2023- चैत्र नवरात्रि की शुरुआत इस साल 22 मार्च 2023 बुधवार के दिन से शुरु हो रही है।जिसका समापन 30 मार्च को होगा। नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना यानी कलश स्थापना की जाती है फिर बारी आती है पूजन सामग्री, माता के श्रृंगार और देवी के स्वरूपों के लिये नौ नेवैध की लिस्ट की। तो चलिए आज इन्हीं सब आवश्यक सामग्रियों की इसी की लिस्ट बनाकर तैयार करते हैं।
चैत्र नवरात्रि घट स्थापना की तारीख एवं समय
✔ चैत्र नवरात्रि घट स्थापना की तारीख- 22 मार्च 2023
✔ घटस्थापना मुहूर्त- सुबह 6 बजकर 27 मिनट से 7 बजकर 36 मिनट तक।
नवरात्रि घटस्थापना हेतु सामान की लिस्ट
1. सप्त धान्य- 7 तरह का अनाज
2. मिट्टी का एक बर्तन जिसका मुँह चौड़ा हो
3. पवित्र स्थान (नदी अथवा कुआं) से लायी गयी मिट्टी
4. कलश, गंगाजल (उपलब्ध न हो तो पवित्र नदियों का पानी अथवा पेयजल)
5. अशोक के पत्ते (उपलब्ध ना हो तो आम के पत्ते)
6. सुपारी (पूजा में उपयोग की जाने वाली)
7. जटा वाला नारियल (जिसे श्रीफल कहते हैं)
8. अक्षत (साबुत बासमती चावल)
9. लाल वस्त्र (श्रीफल पर लपेटने के लिए)
10. पुष्प (फ़ूल अंगार के लिए श्रद्धानुसार)
नवरात्रि घटस्थापना के नियम एवं विधि
1. मिट्टी के बर्तन और सप्तधान्य का उपयोग करें।
2. कलश में गंगाजल, पवित्र नदियों का जल अथवा पेयजल भरें।
3. कलश की गर्दन में कलावा बांधकर उसके ऊपर मिट्टी का पात्र रखें।
4. कलश में अशोक अथवा आम के पत्तों का उपयोग करें।
5. श्रीफल यानी नारियल में कलावा लपेटे।
6. श्रीफल यानी नारियल को लाल कपड़े में लपेटकर कलश के ऊपर पल्लव के बीच में रखें।
7. घटस्थापना पूर्ण होने के बाद ही माता का आह्वान करें।
नवरात्रि में माता रानी श्रृंगार के लिए मुख्य रूप से-
लाल रंग की चुनरी, सिन्दूर, इत्र, बिंदी, लाल चूड़ियां, मेहंदी, काजल, लिपस्टिक, कंघा, नेल पेंट, कांच इसके अतिरिक्त वह सामग्री जो आपके यहाँ परंपरागत तौर पर उपयोग की जाती है।
नवरात्रि में माता के भोग
दुर्गा सप्तशती और देवीभागवत पुराण के अनुसार नवरात्रि के इन नौ दिनों में देवियो को उनकी पसंद का भोग या नैवेद्य अर्पित करना चाहिए-
1.माँ शैलपुत्री को- गाय के घी से बनी मिठाई का भोग लगाना चाहिए।
2.माँ ब्रह्मचारिणी को- पंचामृत का भोग लगाना चाहिए।
3.माँ चंद्रघंटा को- गाय के दूध से बनी खीर का भोग लगाना चाहिए।
4.माँ कुष्मांडा को- केले और गेहूं के आटे से बने मालपुए का भोग लगाना चाहिए।
5.माँ स्कंदमाता को- केले से बनी चीजों का भोग लगाना चाहिए।
6.माँ कात्यायनी को-शहद का भोग लगाना चाहिए।
7.माँ कालरात्रि को- गुड़ से बनी चीजों का भोग लगाना चाहिए।
8.महागौरी को- नारियल या सफेद मिठाई का भोग लगाना चाहिए।
9.माँ सिद्धिदात्री को- हलवा, पूरी चने और खीर का भोग लगाना चाहिए।
ओर इसके अतिरिक्त वह सामग्री जो आपके यहाँ परंपरागत तौर पर उपयोग की जाती है