मध्य प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर की सबसे खास बात यह है कि यहां कलेक्टर और नगर निगम कमिश्नर को अपनी पहचान बनाने का मौका मिलता है। एक कलेक्टर ने इंदौर को सबसे स्वच्छ शहर बनाया था। अब इलैयाराजा का कार्यकाल चल रहा है। उनकी अपनी विशेषता है और वह दिखाई देने लगी है। सरकारी फाइलों से धूल साहब कहीं जाने लगी है। सीएम हेल्पलाइन के रिकॉर्ड पर इलैयाराजा का असर दर्द हो रहा है।
सीएम हेल्पलाइन में INDORE NO.1 की ओर, फिलहाल टॉप फाइव में
सफाई और ट्रैफिक सिस्टम के मामले में इंदौर को अपना शहर कहने में प्राउड फील होता है परंतु जब-जब प्रशासन की परीक्षा के परिणाम आते हैं तब तक मन खराब हो जाता था। सीएम हेल्पलाइन के मामले में इंदौर का रिकॉर्ड अच्छा नहीं था। यहां सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों को भी महत्व नहीं दिया जा रहा था परंतु भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी डॉक्टर इलैयाराजा टी, सीएम हेल्पलाइन के मामले में स्पेशलिस्ट हैं। उन्होंने जबलपुर का नंबर वन बना दिया था। इंदौर में भी उनके फार्मूले का असर दिखाई देने लगा है। इंदौर पांचवें नंबर पर आ गया है।
1 महीने में 11500 शिकायतों का निराकरण
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की अध्यक्षता में आज यहां समय-सीमा के पत्रों के निराकरण (टीएल) की बैठक संपन्न हुयी। बैठक में अपर कलेक्टर श्री अभय बेड़ेकर, श्री अजय देव शर्मा, श्री राजेश राठौर, श्री आर.एस. मण्डलोई तथा श्रीमती सपना लोवंशी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने सीएम हेल्पलाइन के तहत दर्ज प्रकरणों के निराकरण की विभाग वार प्रगति की समीक्षा की। इस अवसर पर बताया गया कि, फरवरी 2023 में 14400 प्रकरण लंबित थे इसमें से 11500 से अधिक प्रकरणों का निराकरण आवेदकों की संतुष्टि के साथ किया गया।
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