भोपाल। मध्य प्रदेश के खंडवा में 70 वर्षीय वृद्ध महिला किसान को 2 साल से पीएम किसान सम्मान निधि नहीं दी जा रही थी। हर चौखट पर माथा रगड़ने के बाद भी जब समाधान नहीं मिला तो उसके पोते ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत कर दी। तहसीलदार ने समाधान के नाम पर बुलाकर शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया। लड़का नहीं माना। नतीजा तहसीलदार ने उसे जेल भिजवा दिया। अब 70 वर्षीय वृद्ध महिला किसान अपने पोते को जेल से छोड़ देने के लिए गिड़गिड़ा रही है।
मध्य प्रदेश के खंडवा जिले की खंडवा तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार माला राय पर आरोप लगा है। स्थानीय अखबारों में मालती राय का बयान भी छपा है जिसमें उन्होंने स्वीकार किया है कि शिकायतकर्ता शुभम को धारा 151 में कार्रवाई करके जेल भेजा था। समाचार लिखे जाते समय अपडेट जानकारी मिली है कि शुभम को कोर्ट से जमानत मिल गई है, लेकिन इतना सब होने के बावजूद सीएम हेल्पलाइन शिकायत नंबर 21166018 का निराकरण नहीं हुआ है। वृद्ध महिला किसान को अगली बार पीएमकिसानसम्मान्निधि मिलेगी या नहीं इसका उसे अभी भी नहीं पता।
अपने आप बंद हो गई पीएम किसान सम्मान निधि
ग्राम रोहणी निवासी 70 वर्षीय गीताबाई पति भगवान सिंह पटेल का कहना है कि मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के तहत उसे शुरुआत में दो किस्त मिली थी लेकिन फिर अपने आप पैसे आना बंद हो गए। जब पटवारी से पूछा तो उन्होंने कहा कि KYC करानी पड़ेगी। आधार केंद्र गए परंतु आधार केंद्र वाले ने आधार अपडेट नहीं किया। हर संभव जगह मदद मांगने के बाद जब कोई समाधान नहीं मिला तो उनके पुत्र शुभम पटेल ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत कर दी थी।
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