ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज की महिला नर्सिंग अधिकारी ने कॉलेज के प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं, साथ ही उसने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक से भी की है।
GMC GWALIOR- 3 अधिकारी मिलकर एक महिला कर्मचारी को प्रताड़ित कर रहे हैं, शिकायत
गजराराजा मेडिकल कॉलेज में पूनम सरनकर नर्सिंग अधिकारी के पद पर पदस्थ हैं, उनका आरोप है कि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ अक्षय निगम, जयारोग्य चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ आर के एस धाकड़ और सहायक अधीक्षक डॉ देवेंद्र कुशवाहा उसे मानसिक तौर पर प्रताड़ित कर रहे हैं। इतना ही नहीं महिला अधिकारी ने अधिकारियों पर अन्य कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं।
महिला कर्मचारी की शिकायत- अकेले कमरे में बुलाते हैं, आपत्तिजनक भाषा का उपयोग करते हैं
पुलिस अधीक्षक को लिखित तौर पर की गई शिकायत में कहा गया है कि उसे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है, इतना ही नहीं उसे अकेले कमरे में भी बुलाए जाने की कोशिश की गई है, साथ ही अभद्र भाषा का भी प्रयोग करते हैं। पूनम का आरोप है कि जब उन्होंने अधीक्षक धाकड़ और सहायक अधीक्षक कुशवाहा के प्रताड़ित करने वाले रवैया से परेशान थी और अधिष्ठाता निगम से मिलने पहुंची तो उन्होंने भी उससे बुरा बर्ताव किया।
प्रतिनियुक्ति से वापस आई थी और मैनेजमेंट से विवाद हो गया
पूनम की पदस्थापना वर्ष 2009 में गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय में हुई थी, उसके बाद वह प्रतिनियुक्ति पर इंदौर गई। प्रतिनियुक्ति समाप्त किए जाने पर वह नवंबर 2022 को ग्वालियर वापस आई। उसके बाद से अवकाश लेकर प्रबंधन के साथ उसका विवाद चल रहा है।
नर्सेस एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा परमार का कहना है कि ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज में कई ऐसे अधिकारी पदस्थ हैं, जो नर्सों को प्रताड़ित करते हैं। पूनम ने इसकी लिखित में शिकायत की है। कालेज प्रबंधन का हाल यह है कि जो भी इन अधिकारियों के खिलाफ आवाज उठाता है उसे परेशान किया जाता है।
पिछले दिनों नर्सेस एसोसिएशन की ओर से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी कर्मचारियों की समस्याओं से अवगत कराया गया था, जिस पर सिंधिया ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को भी पत्र लिखा।
नर्सिंग ऑफिसर पूनम द्वारा लगाए गए आरोपों के संदर्भ में जब मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों से आईएएनएस ने संपर्क किया गया तो वे उपलब्ध नहीं हुए। हां, देवेंद्र कुशवाहा ने जरूर मीडिया से बातचीत में कहा कि नर्सिं अफसर ने एमएससी की पढ़ाई के लिए छुट्टी मांगी थी, वह इसके लिए पात्र नहीं है। जहां तक छुट्टी की बात है, उसने छुट्टी के लिए आवेदन किया होगा और वह पात्र होगी तो उसे जरूर सुविधा मिलेगी।