जबलपुर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जैसे ही मऊगंज को, रीवा जिले से अलग करके स्वतंत्र जिला घोषित किया वैसे ही जबलपुर के सिहोरा क्षेत्र में लोग उनके खिलाफ भड़क उठे। प्रदर्शनकारियों ने अर्थी निकाली, पूरे शहर में घुमाया और चौराहे पर लाकर उसका अंतिम संस्कार किया।
MP NEWS- सिहोरा में सरकार के खिलाफ पहली बार ऐसा आक्रोश दिखा
आक्रोशित लोगों ने मध्य प्रदेश सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की और कहा कि अगर सिहोरा को जिला नहीं बनाया जाता तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। सिहोरा को जिला बनाने की मांग को लेकर लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति द्वारा पिछले डेढ़ वर्ष से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है ।लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति ने अपने धरने की 74वे रविवार को मध्य प्रदेश सरकार के विरुद्ध पहली बार जबरदस्त आक्रोश दिखाया।
सन 2003 में कैबिनेट ने जिला मंजूर किया था, आज तक अधिसूचना जारी नहीं हुई
समिति ने मऊगंज को जिला बनाने का जहां स्वागत किया वहीं मध्य प्रदेश सरकार से पूछा कि 1 अक्टूबर 2003 को मध्य प्रदेश सरकार की कैबिनेट से सिहोरा जिला की मंजूरी मिल जाने के बाद भी 20 वर्ष गुजर जाने गुजर गए सिहोरा जिला आज तक अस्तित्व में क्यों नहीं आया।
उमा भारती की घोषणा को शिवराज सिंह पूरा नहीं कर रहे
लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को संबोधित करते हुए पूछा कि उमा भारती किस पार्टी की है उमा भारती द्वारा 5 जून 2004 को सिहोरा आकर सिहोरा जिला की घोषणा की गई थी, परंतु उनके बाद बने बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान ने उमा जी के कहे गए कथनों को आज तक पूरा क्यों नहीं किया है। सिहोरा वासी जानना चाहते हैं की उमाजी किस पार्टी की है और क्या भारतीय जनता पार्टी व्यक्तिवादी पार्टी है जो उमाजी कह कर गए वो किसी और पार्टी का था और जो शिवराज जी कर रहे हो वो किसी और पार्टी का।
JABALPUR NEWS- सिहोरा में बड़े प्रदर्शन की तैयारी
लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति ने मध्यप्रदेश सरकार का पुतला फूंकने के बाद एक आम सभा का आयोजन भी सिहोरा बस स्टैंड में किया। आम सभा में उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार को दो टूक चेतावनी दी कि सिहोरा की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डेढ़ वर्ष का पर्याप्त समय विचार के लिए देने के बाद भी मध्यप्रदेश सरकार का नकारात्मक रवैया बना हुआ है और स्थानीय भाजपा प्रतिनिधि जिला मुद्दे पर दूरी बनाए हुए हैं। अब समय आ गया है कि सरकार से आर-पार की लड़ाई का शंखनाद होगा। समिति ने चेतावनी दी कि 9 अप्रैल को सिहोरा मझौली ढीमरखेड़ा और बहोरीबंद के हजारों वासियों के द्वारा सिहोरा में एक जंगी प्रदर्शन किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी मध्यप्रदेश सरकार की होगी।
स्थानीय भाजपा नेताओं को चेतावनी जारी
लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति ने सिहोरा के विधायक और स्थानीय भाजपा जनप्रतिनिधियों को भी आड़े हाथों लिया और पूछा कि क्या वे सिहोरा जिला के पक्ष में है या नहीं ।उन्होंने मांग की कि सिहोरा भारतीय जनता पार्टी इस बात को स्पष्ट करें वह जिला के पक्ष में है अथवा नहीं।
आज के धरना प्रदर्शन में लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति के कृष्ण कुमार क़ुररिया,रामजी शुक्ला, नत्थू पटेल गौरी राजे ,राम लाल यादव, विकास दुबे मानस तिवारी अमित बख्शी अनिल जैन सुशील जैन अखिलेश पटेल प्रकाश मिश्रा राजेंद्र गर्ग अनिल क़ुररिया,सुरेंद्र चौहान,पन्नालाल,अजय विश्वकर्मा,मुकेश दीक्षित,संजय भावसार, सहित सैकड़ों सिहोरा वासी मौजूद रहे।
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