MANIT BHOPAL में दहशत फैलाने वाला टाइगर शिवपुरी जाएगा, पूरी कहानी पढ़िए - राजा नहीं डॉन

भोपाल। पिछले दिनों मौलाना आजाद नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एक टाइगर ने काफी दहशत फैलाई थी। उसके डर के कारण हॉस्टल खाली हो गए थे। उसे पकड़ना मुश्किल हो गया था। अब वही टाइगर शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क जा रहा है। यह उसकी नई पहचान होगी। यहां वह अपनी टेरिटरी नहीं बना पा रहा था। शिवपुरी में 354 वर्ग किलोमीटर के माधव नेशनल पार्क का राजा कहलाएगा। दिनांक 10 मार्च 2023 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, इसकी ताजपोशी करेंगे।

यह टाइगर- क्रिमिनल माइंडेड है, दहशत फैलाने में मजा आता है

शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में भेजा जा रहा टाइगर, दूसरे बाघों की तरह सामान्य नहीं है। इसकी उम्र 4 साल है। यानी पूरी तरह से वयस्क हो चुका है। यह शुरू से ही क्रिमिनल माइंडेड है। इसे दहशत फैलाने में मजा आता है। यह जानवरों के साथ-साथ अपनी टेरिटरी में आने वाले इंसानों को भी तंग करता है। इसके परिवार को बढ़ाने में मदद करने के लिए दो मादा बाघ पन्ना एवं पेंच नेशनल पार्क से भेजी जा रही है। उड़ीसा से लाई गई मादा बाघ सुंदरी के नाम पर भी विचार किया जा रहा है। देखना रोचक होगा कि सरकार द्वारा चुनी गई पत्नियों को यह स्वीकार करता है या नहीं। 

राजा नहीं डॉन है, छापामारी में माहिर है

यह टाइगर जंगल का राजा नहीं बल्कि जंगल का डॉन है। छापामारी में माहिर है। अचानक हमला करता है और अपने शिकार को बचने का मौका तक नहीं देता। दहशत फैलाने के लिए अंधेरी रात में कुछ इस तरह से निकलता है कि, यदि कोई इंसान इसे देख ले तो दहशत के मारे कई दिनों तक कांपता रहेगा। मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान भोपाल में जितने भी लोगों ने रात के समय इसे देखा, कई रातों तक चैन से सो नहीं पाए। भोपाल में फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने इसे पकड़ने के लिए पिंजरे में बकरी को रखा था। यह इतना शातिर है कि, बकरी को चुरा ले गया और पिंजरा वैसा का वैसा रह गया। यह तभी फारेस्ट डिपार्टमेंट के पिंजरे में आया जब इसने पूरे कैंपस को घूम लिया और कैंपस से पसंद नहीं आया। फिलहाल या टाइगर सतपुड़ा में है।

माधव नेशनल पार्क- तारा और पेटू की लव स्टोरी के लिए फेमस है 

शिवपुरी का माधव नेशनल पार्क टाइगर दंपति तारा और पेटू की लव स्टोरी के लिए फेमस है। पेटू अपनी पत्नी तारा को इतना ज्यादा प्यार करता था कि, नेशनल पार्क द्वारा दोनों को मिलने से रोकने के लिए बनाए गए तमाम प्रबंध तोड़ दिया करता था। एक समय ऐसा था कि, इन दोनों की संतानों की संख्या इतनी ज्यादा हो गई थी कि फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को नसबंदी करनी पड़ी थी। पेटू की मृत्यु हुई तारा के प्यार में ही हुई थी। ✒ उपदेश अवस्थी

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