भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्य प्रदेश, भोपाल की की प्रतिष्ठा खतरे में आ गई है। न केवल पेपर आउट हो रहे हैं बल्कि गलत निकल रहे हैं। अजीब बात यह है कि गलती स्वीकार की जा रही है परंतु बोनस अंक की पॉलिसी में बेईमानी की जा रही है।
गलती स्वीकारी लेकिन बोनस शर्तें लागू
माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्य प्रदेश, भोपाल के एकेडमिक सेक्शन ने यह स्वीकार किया है कि कक्षा 12 की फिजिक्स, अंग्रेजी और हिंदी तथा कक्षा 10 के हिंदी के पेपर में गलत प्रश्न पूछ लिए गए। गलती स्वीकार करते हुए बोनस अंकों की घोषणा की गई है। फिजिक्स में 5, अंग्रेजी में तीन, कक्षा 12 की हिंदी में दो और कक्षा 10 की हिंदी में 3 बोनस अंक दिए जाएंगे, लेकिन शर्त निर्धारित की गई है कि बोनस अंक केवल उन्हीं विद्यार्थियों को दिए जाएंगे। जिन्होंने गलत प्रश्नों का उत्तर लिखने का प्रयास किया है। उस योग्य विद्यार्थी को बोनस अंक का लाभ नहीं मिलेगा जिसे पूरा विश्वास था कि प्रश्न गलत है और इसका उत्तर लिखना, समय की बर्बादी है।
प्रश्न पत्र ही नहीं मॉडल आंसर भी गलत
माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश के विद्वानों की योग्यता पर प्रश्न उपस्थित हो गया है। केवल प्रश्न पत्र में गलती नहीं हुई है बल्कि गलत है। यहां भी बोर्ड ने गलती मानी है लेकिन सॉरी बोलने को तैयार नहीं है। विषय के विशेषज्ञ श्री शिव वीर सिंह भदोरिया आएगी जो गलतियां हुई है उसके अनुपात में 15 बोनस अंक दिए जाने चाहिए।
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