भोपाल। मध्यप्रदेश शासन, नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा अनूपपुर जिले की नगर पालिका बिजुरी में खरीदी में 7 करोड़ रूपए से अधिक के भ्रष्टाचार के मामले में तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष एवं सीएमओ सहित एक दर्जन कर्मचारियों के विरुद्ध लोकायुक्त में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय दण्ड संहिता की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कराया गया है।
नगर पालिका बिजुरी, अनूपपुर घोटाले में FIR में नामजद आरोपियों के नाम
नगरीय विकास एवं आवास विभाग के पीआरओ श्री राजेश पांडे ने बताया कि, बिजुरी नगर पालिका में भ्रष्टाचार की शिकायतों के आधार पर जाँच उपरांत प्रकरण दर्ज कराने के निर्देश आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री भरत यादव ने संयुक्त संचालक को गए थे। जारी आदेश में नगर पालिका के तत्कालीन अध्यक्ष पुरुषोत्तम सिंह, सीएमओ मीना कोरी, उपयंत्री नीलेश सिंह, वंदना अवस्थी, मुख्य लिपिक शिव नरेश धनवार, सहायक राजस्व निरीक्षक प्रदीप द्विवेदी, भंडार प्रभारी राम बिहारी मिश्रा, मस्टर रोल कर्मचारी संजय महतो, विनोद पाण्डेय, विनोद सोंधिया, लोक निर्माण विभाग के उपयंत्री एनपी सिंह तथा सर्व शिक्षा अभियान के उपयंत्री रविंद्र यादव शामिल हैं।
गड़बड़ी को छुपाने के लिए ऑनलाइन के बजाय ऑफलाइन भुगतान किया
साथ ही वंदना अवस्थी, शिव नरेश धनवार,राम बिहारी मिश्रा और प्रदीप द्विवेदी को निलंबित कर दिया गया है। श्री रविंद्र यादव की सेवाएँ पूर्व में ही समाप्त कर दी गई थीं। एमपी सिंह पर कार्रवाई के लिए लोनिवि को पत्र लिखा गया है। प्रतिवेदन के अनुसार ई-नगर पालिका के माध्यम से होने वाले भुगतान को अध्यक्ष और सीएमओ ने मिलकर ऑफलाइन भुगतान कर दिया था।
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