उज्जैन। नगर निगम उज्जैन में लोकायुक्त की टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए सहायक संपत्ति कर अधिकारी रमेश चंद्र रघुवंशी को गिरफ्तार कर लिया। दावा किया है कि वह सरकारी कार्यालय में खुलेआम रिश्वत ले रहे थे। उल्लेखनीय है कि श्री रघुवंशी 30 अप्रैल 2023 को रिटायर होने वाले हैं। उनके खिलाफ 2012 में भी लोकायुक्त द्वारा प्रकरण दर्ज किया गया था उसके बाद भी रिश्वतखोरी बंद नहीं हुई।
उज्जैन नगर निगम में नामांतरण की नकल के लिए भी रिश्वत लगती है, लोकायुक्त जांच में प्रमाणित
एडवोकेट आसिफ हुसैन ने दिनांक 27 फरवरी 2023 को लोकायुक्त पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी। अपनी शिकायत में उन्होंने दावा किया था कि नगर निगम उज्जैन के जोन क्रमांक 5 में नामांतरण प्रकरण की नकल के लिए आवेदन किया था लेकिन उन्हें नकल उपलब्ध नहीं कराई जा रही थी। 2 महीने तक परेशान करने के बाद सहायक संपत्ति कर अधिकारी रमेश चंद्र रघुवंशी द्वारा ₹2000 रिश्वत की मांग की गई है।
उज्जैन नगर निगम में खुलेआम रिश्वतखोरी, लोकायुक्त ने पकड़ी
लोकायुक्त डीएसपी सुनील कालान ने बताया कि प्राइमरी इन्वेस्टिगेशन में शिकायत का सत्यापन एवं रिश्वत की मांग की पुष्टि की गई। पुष्टि हो जाने पर ट्रैप दल का गठन किया गया। शिकायतकर्ता को केमिकल युक्त नोट देकर रिश्वत अदा करने के लिए भेजा गया। सहायक संपत्ति कर अधिकारी ने अपने ऑफिस में खुलेआम रिश्वत के ₹2000 लेकर अपनी दराज में रखें। इसके साथ ही मौके पर मौजूद लोकायुक्त पुलिस की टीम ने छापामार कार्रवाई कर दी और सहायक संपत्तिकर अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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