भोपाल। अपने जिले के प्रभारी मंत्री से कई बार सीधा पंगा लेने के लिए सुर्खियों में रहे श्री अक्षय कुमार सिंह इन दिनों ग्वालियर में कलेक्टर है। आज एक मीटिंग में उन्होंने अधिकारियों को कुछ खास निर्देश दिए जिसमें बताया कि प्रभारी मंत्री के मामलों में किस प्रकार की सक्रियता का पालन करना है।
ग्वालियर जिला प्रशासन की अंतरविभागीय समन्वय बैठक
ग्वालियर के कलेक्टर ऑफिस से मिली जानकारी के अनुसार जिला पंचायत के सभागार में आयोजित हुई अंतरविभागीय समन्वय बैठक में कलेक्टर श्री अक्षय कुमार सिंह ने कहा कि, प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता में जो बैठकें निर्धारित हैं, उनका आयोजन नियमित रूप से कराया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की ढ़िलाई बर्दाश्त नहीं होगी। पूर्व की बैठकों में हुए निर्णयों का पालन कराएँ और अगली बैठक भी निर्धारित समय-सीमा के भीतर हर हाल में आयोजित कराई जाए।
शिवपुरी में प्रभारी मंत्री तिलमिला उठे थे
इस अवसर पर उन किस्सों का उल्लेख करना प्रासंगिक होगा जो शिवपुरी में आज भी कहे सुने जाते हैं। ग्वालियर में श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट प्रभारी मंत्री हैं। शिवपुरी में भी सिंधिया समर्थक मंत्री श्री महेंद्र सिंह सिसोदिया प्रभारी मंत्री थे। कुछ मामलों में तो हालत यह हो गई थी कि, प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया की प्रतिष्ठा दांव पर लगी होने के बावजूद कलेक्टर कलम नहीं चलाते थे। एक महिला अधिकारी को माफिया से अवैध वसूली के आरोप में प्रभारी मंत्री ने सस्पेंड करने की घोषणा की लेकिन श्री अक्षय कुमार सिंह ने कारण बताओ नोटिस भी जारी नहीं होने दिया। किस्से तो बहुत है लेकिन यह वाला लास्ट था। उसके बाद ग्वालियर जैसा जिला मिल गया।
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