जबलपुर। मध्यप्रदेश में वेटरनरी विश्वविद्यालय प्रशासन ने यूजी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए एक बड़े नियम में बदलाव किया गया है। इस नियम के चलते प्रोफेशनल एग्जाम बोर्ड भोपाल द्वारा हर साल होने वाली प्री वेटरनरी एंड फिशरी टेस्ट खत्म हो जाएगा तथा छात्रों को नीट के जरिए वेटरनरी कॉलेज की स्नातक सीटों में प्रवेश दिया जाएगा। यह नियम सत्र 2023-24 से लागू होगा। परंतु विवि प्रशासन के इस निर्णय से प्रदेश के विद्यार्थियों में नाराजगी है।
मध्यप्रदेश के विद्यार्थियों को वेटरनरी कॉलेज की काउंसलिंग का हिस्सा बनने के लिए नीट परीक्षा देना होगा
प्रदेश में तीन वेटरनरी शासकीय महाविद्यालय जबलपुर, महू, रीवा में और जबलपुर में एक फिशरी महाविद्यालय है। इनमें लगभग 400 सीटों में प्रवेश लेने के लिए हर साल 5 हजार से ज्यादा विद्यार्थी प्री वेटरनरी एंड फिशरी टेस्ट देते हैं। इनमें अधिकांश मध्यप्रदेश के ही विद्यार्थी होते हैं। लेकिन अब राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली नीट परीक्षा के जरिए प्रवेश देने के नए नियम से प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है। नए नियम के बाद अब मध्यप्रदेश के विद्यार्थियों को वेटरनरी कालेज की काउंसलिंग का हिस्सा बनने के लिए नीट परीक्षा देना होगा।
NEET द्वारा एडमिशन यह फायदा होगा
विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय स्तर के विद्यार्थी प्रवेश लेंगे, जिससे शिक्षा का स्तर सुधरेगा। वेटरनरी और मेडिकल कालेज में प्रवेश के लिए अलग-अलग परीक्षा नहीं देनी होगी। अब नीट के जरिए विद्यार्थी दोनों कालेजों की काउंसलिंग का हिस्सा बन सकेंगे। काउंसलिंग में गड़बड़ी की संभावना नहीं होगी, हां, पर आनलाइन काउंसलिंग क्रिस ही लेगा।
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