भोपाल। कितनी विचित्र स्थिति होती है जब कोई सिपाही, चोर को पकड़ने के लिए जाए और चोरी करके लौटे। मध्य प्रदेश भोज यूनिवर्सिटी में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। दो अधिकारी गड़बड़ी पकड़ने के लिए भोपाल से इंदौर गए थे और जब लौट कर आए तो कुछ गड़बड़ी कर बैठे। आईटीआई में मामले का खुलासा हो गया।
इंदौर से भोपाल आई एक टैक्सी का डबल पेमेंट हो गया
एक स्थानीय पत्रकार ने दावा किया है कि MP Bhoj Open University के दो अधिकारी वित्तीय अनियमितता की एक मामले की जांच करने के लिए भोपाल से इंदौर रवाना हुए थे। दोनों अधिकारी एक साथ एक टैक्सी में वापस लौट कर आए परंतु दोनों ने उस टैक्सी का बिल लगाकर पेमेंट प्राप्त कर लिया। यानी इंदौर से भोपाल आई एक टैक्सी का डबल पेमेंट हो गया। बिल में यात्रा की तारीख और टैक्सी का नंबर स्पष्ट लिखा हुआ है। इसके बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन में किसी ने कोई आपत्ति नहीं उठाई। दोनों अधिकारियों को पेमेंट कर दिया गया।
टैक्सी किसी भी टोल नाके से नहीं गुजरी, हवा में उड़ कर गई थी क्या
दोनों अधिकारियों ने अपने बिल में जिस टैक्सी से इंदौर से भोपाल आना बताया है वह टैक्सी किसी भी टोल नाके से नहीं गुजरी। जहां एक और दोनों अधिकारियों ने एक टैक्सी का अलग-अलग बिल लगा दिया है वही दोनों में से किसी ने भी टोल टैक्स की रसीद नहीं लगाई। बिल में यह भी नहीं लिखा है कि टैक्सी का किराया टोल पार्किंग सहित है। ऐसी स्थिति में सिर्फ दो ही बातें हो सकती है। या तो टैक्सी इंदौर से भोपाल तक हवा में उड़कर आई है या फिर बिल फर्जी है।
स्थानीय पत्रकार ने दावा किया है कि उसने सभी आवश्यक दस्तावेज सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त कर लिए हैं। अब देखना यह है कि इस मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन क्या कार्रवाई करता है। ✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें एवं यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल पर कुछ स्पेशल भी होता है। यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं।