जबलपुर के भाजपा नेता श्री शशिकांत सोनी के खिलाफ मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के टीटी नगर थाने में दर्ज हुए बलात्कार के मामले में भोपाल पुलिस ने अपनी इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट कोर्ट में सबमिट कर दी है। इसमें पुलिस ने दावा किया है कि लड़की ने झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस की तरफ से प्रेस को बताया गया कि लड़की इससे पहले भी झूठी रिपोर्ट दर्ज करा चुकी है। पुलिस ने बताया कि घटना वाले दिन भाजपा नेता भोपाल में नहीं थे। हालांकि पुलिस ने यह नहीं बताया गया कि, लड़की और आरोपी का डीएनए सैंपल मैच कराया गया था या नहीं। समाचार लिखे जाने तक कथित रूप से झूठी रिपोर्ट दिखाने वाली लड़की और पुलिस इन्वेस्टिगेशन में दोषी पाए गए उसके साथियों के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई थी।
TT नगर थाना भोपाल में रेप की FIR दर्ज कराते समय लड़की ने यह कहानी बताई थी
मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के टीटी नगर थाने में दर्ज किया गया था। लड़की ने अपनी शिकायत में बताया था कि, जबलपुर नगर निगम में शशिकांत सोनी से पहली बार उसकी मुलाकात हुई थी। वह कंप्यूटर ऑपरेटर की जॉब के लिए आई थी। उस दौरान भाजपा नेता ने कहा कि मैं जॉब लगवा सकता हूं। इसके लिए भोपाल चलना होगा। एक लाख अस्सी हजार रुपए मांगे। वह 5 मई 2022 को सुबह 5 बजे शशिकांत सोनी के साथ कार से भोपाल आ गई। दिनभर शशिकांत के साथ घूमती रही। इसके बाद वह उसे एक-दो जगह ले गया। कहा- काम हो गया है, आपकी नौकरी लग जाएगी। महिला ने बताया कि इसके बाद शशिकांत उसे टीटी स्टेडियम ले गया, जहां उसके साथ फिजिकल रिलेशन बनाए।
भोपाल पुलिस ने इन्वेस्टिगेशन में क्या पाया
केस दर्ज होते ही भाजपा नेता को पार्टी ने निष्कासित कर दिया। वहीं, भाजपा नेता ने भोपाल कोर्ट में याचिका लगा दी। भोपाल पुलिस ने जांच में पाया कि महिला ने जितनी बार बयान दिए, उनमें कुछ ना कुछ बदलाव है। युवती ने पुलिस को बताया था कि घटना वाले दिन वह सुबह 5 बजे शशिकांत के साथ कार में निकली। दोपहर 12 बजे भोपाल आ गई, जबकि पुलिस ने शशिकांत की मोबाइल लोकेशन ट्रेस की, तो वह दोपहर को जबलपुर में था।
शिकायतकर्ता लड़की बयान देने भोपाल नहीं आ रही थी
महिला ने पुलिस को यह भी बताया था कि शशिकांत सोनी ने व्हाट्सएप नंबर से एक लेटरपैड जिस पर कि शशिकांत सोनी के हस्ताक्षर थे, वह भेजा था। जांच के दौरान फोन कर युवती से लेटर पैड के स्क्रीनशॉट की जानकारी मांगी, तो उसने देने से इनकार कर दिया। बाद में पुलिस का फोन रिसीव करना बंद कर दिया। इसके बाद भोपाल पुलिस ने युवती से थाने आने को कहा, तो महिला ने कहा कि पहले आरोपी को गिरफ्तार किया जाए। महिला ने ईमेल के जरिए आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए कई जगह शिकायत भेजी। भोपाल पुलिस को जबलपुर आकर ही बयान लेने को कहा।
भोपाल पुलिस ने लड़की की जांच की, जबलपुर जाकर पकड़ा
महिला के बयान के लिए जब भोपाल पुलिस ने युवती से संपर्क किया, तो उसने मोबाइल बंद कर लिया। पुलिस ने महिला का मोबाइल नंबर की सीडीआर निकाली, तो उस मोबाइल पर दूसरा नंबर चालू निकला। केस की इन्वेस्टिगेशन कर रही भोपाल पुलिस महिला को तलाश करते हुए जब जबलपुर पहुंची। उसके द्वारा लिखाए गए पते पर जानकारी ली तो पता गलत निकला। इसके बाद पुलिस महिला के चालू मोबाइल नंबर की लोकेशन आधार पर जबलपुर रांझी पहुंची। यहां से महिला को पकड़ा।
पहले भी लड़की ने उधारी वसूली के लिए झूठा रेप केस दर्ज कराया था
पूछताछ में युवती ने बताया कि रांझी निवासी रवि चौधरी से उसे 2 लाख रुपए लेने थे। इस दौरान युवती की मुलाकात प्रवीण से हुई। युवती ने पुलिस को बताया कि प्रवीण ने कहा था कि रवि सरकारी नौकरी में है, उसके खिलाफ 376 की रिपोर्ट करोगी, तो समझौते के लिए 5 लाख रुपए मिलेंगे। इसके बाद युवती ने रांझी थाने में रवि के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। रांझी पुलिस ने रवि को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसके बाद युवती भी उससे मिलने जेल आया करती थी। बाद में महिला ने बयान बदल दिए, जिसके बाद रवि 45 दिनों बाद छूट कर बाहर आ गया।
पुलिस का दावा- लड़की हर साल झूठा रेप केस दर्ज कराती है
युवती ने पुलिस को बताया कि रवि से समझौता करने के बाद प्रवीण नाराज हो गया। फिर उसने कहा कि तुमने मेरा नुकसान करवा दिया है। अब तुम्हें एक और काम करना होगा, जिसके लिए अलग से पैसे मिलेंगे। जांच में पता चला कि शिवराज और प्रवीण के कहने पर ही युवती ने शशिकांत सोनी के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस ने युवती द्वारा जबलपुर में कई लोगों के खिलाफ झूठी रिपोर्ट की जानकारी जुटाई। युवती ने 2020, 2021 और 2022 में भी अलग-अलग लोगों के खिलाफ छेड़छाड़ और रेप के रिपोर्ट लिखवाई थी। भोपाल पुलिस ने रवि चौधरी के भी बयान दर्ज करवाए। रवि ने बताया कि महिला द्वारा 22 मई 2022 को झूठी रेप की रिपोर्ट दर्ज करवाई और उसे जेल भिजवा दिया।
लड़की ने पुलिस को लिख कर दिया, वह कोई कार्रवाई नहीं चाहती
पुलिस ने जांच को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी भोपाल के समक्ष प्रस्तुत किया। पाया कि युवती के द्वारा भाजपा नेता शशिकांत सोनी के खिलाफ उनकी छवि धूमिल करने के लिए झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। युवती ने टीटी नगर थाना पुलिस को एक आवेदन पत्र भी दिया, जिसमें उसने कबूल किया कि शशिकांत सोनी के खिलाफ जितनी भी शिकायतें करवाई थी, उस पर वह कार्रवाई नहीं चाहती है। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी भोपाल के समक्ष अपराध क्रमांक 617/2022 कोर्ट में प्रस्तुत कर खारिज कर दिया।
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