Barkatullah University Bhopal News
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित बरकतउल्ला विश्वविद्यालय में एक आधिकारिक सूचना के जरिए अपनी स्थिति स्पष्ट की है। मैनेजमेंट का दावा है कि उनका कोई पेपर लीक नहीं हुआ है और किसी भी पेपर को दोबारा कराने का कोई फैसला नहीं लिया गया है। मामला यूजी फाइनल की परीक्षा से संबंधित है।
पिछले जन्म का दावा किया गया था कि यूजी फाइनल का हिंदी का पेपर लीक हो गया है। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय की ओर से इस मामले में प्रेस के सामने कोई पक्ष नहीं रखा गया और ना ही जांच कराने की जानकारी दी गई थी। इसके बाद व्हाट्सएप पर एक दस्तावेज वायरल हुआ, जिसे यूनिवर्सिटी की ओर से जारी की गई अधिसूचना बताया गया। इस दस्तावेज पर कुलसचिव के हस्ताक्षर बताए जा रहे हैं। इसमें लिखा है कि हिंदी का पेपर 22 अप्रैल को दोबारा होगा।
बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी ने FIR क्यों नहीं कराई
अब जब सिचुएशन क्रिटिकल हो गई तो यूनिवर्सिटी ने प्रेस की मदद ली है। एक सूचना जारी की गई है कि 31 मार्च को उनका कोई पेपर लीक नहीं हुआ था और 22 अप्रैल को वह कोई पेपर दोबारा आयोजित नहीं करने वाले हैं। जो दस्तावेज वायरल हो रहा है वह आधिकारिक नहीं है। यहां सिर्फ एक सवाल बनता है, यदि वायरल हुआ दस्तावेज कूट रचित है तो अब तक FIR क्यों नहीं कराई। ऐसी स्थिति में तो केवल पुलिस ही बता सकती है कि दस्तावेज पर असली वाले कुलसचिव के हस्ताक्षर हैं या नहीं। आखिर क्यों बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव दस्तावेजों का कूटकरण करने वालों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें एवं यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल पर कुछ स्पेशल भी होता है। यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं।