Gazetted Officer (हिंदी में; राजपत्रित अधिकारी) सुना तो अपन सबने है। यह भी जानते हैं कि यूपीएससी और पीएससी परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार राजपत्रित अधिकारी बनते हैं परंतु सवाल यह है कि अधिकारियों की यह कैटेगरी कैसे बनी, कितनी पावरफुल होती है और कब एक अधिकारी को राजपत्रित अधिकारी माना जाता है। आइए जानते हैं।
Gazetted Officer Meaning in Hindi
भारत सरकार एवं विभिन्न राज्य सरकार में नियुक्त किए जाने वाले ऐसे अधिकारी जो कार्यकारी अथवा प्रबंधकीय स्तर के होते हैं, उन्हें राजपत्रित अधिकारी कहा जाता है। भारत सरकार की स्थिति में इन्हें राष्ट्रपति महोदय का प्रतिनिधि माना जाता है और राज्य सरकार की स्थिति में राज्यपाल महोदय का प्रतिनिधि। उनकी नियुक्ति की सूचना राजपत्र (गजट) में प्रकाशित होती है, इसलिए इन अधिकारियों को राजपत्रित अधिकारी (अंग्रेजी में; Gazetted Officer) कहा जाता है। यह भारतीय प्रशासनिक व्यवस्था के ऐसे अधिकारी होते हैं जिनके पास सरकारी मुहर (सील) होती है और इनके द्वारा यदि किसी दस्तावेज को प्रमाणित किया जाता है तो न्यायालय में भी उसे विश्वसनीय माना जाता है।
अन्य निचले स्तर के कर्मचारियों को एक विशेष काम के लिए नियुक्त किया जाता है। उन्हें बोनस दिया जाता है और छुट्टी दी जाती है लेकिन राजपत्रित अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के लिए उपयोग किया जा सकता है। राष्ट्रपति अथवा राज्यपाल महोदय के प्रतिनिधि होने के नाते प्रत्येक महत्वपूर्ण मामले और निर्णय में इनकी उपस्थिति, सहभागिता एवं सहमति अनिवार्य होती है। कोई भी नियम और कानून ना तो इनके बिना बनाया जा सकता है और ना ही इनकी अनुपस्थिति में उसका पालन करवाया जा सकता है।
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