मध्य प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान कौन सा है, कब कितना तापमान रहता है, पढ़िए - GK Today

Bhopal Samachar

Coldest place in Madhya Pradesh, can we visit

मध्यप्रदेश में पहाड़ों पर उगे जंगल और जंगल में नदी, तालाब और गुफाएं पूरी दुनिया के पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। लोग जानना चाहते हैं कि मध्य प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान कौन सा है एवं क्या वहां पर्यटन के लिए जाया जा सकता है। आइए, मध्यप्रदेश के ठंडे स्थानों के बारे में चर्चा करते हैं:- 

मध्य प्रदेश में सबसे कम तापमान कहां पर रिकॉर्ड होता है

यदि बात साल में किसी एक दिन सबसे कम तापमान के रिकॉर्ड की है तो वह स्थान छतरपुर जिले में नौगांव है। कड़ाके की ठंड के दिनों में जब पूरे मध्यप्रदेश में शीतलहर चल रही होती है तब नौगांव का तापमान माइनस में चला जाता है, लेकिन यदि साल भर के औसत की बात करें तो यहां का तापमान सबसे कम नहीं रहता। नौगांव काफी आकर्षक स्थान है और आजादी से पहले अंग्रेज अधिकारियों का पसंदीदा डेस्टिनेशन हुआ करता था। 

मध्य प्रदेश का सबसे ठंडा और ऊंचा स्थान

समुद्र तट से प्रति 1 किलोमीटर ऊंचाई पर 6 डिग्री सेल्सियस तापमान कम होता चला जाता है। यही कारण है कि पहाड़ों पर तापमान सबसे कम होता है। मध्य प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी का नाम है धूपगढ़। जिसकी ऊंचाई 1350 मीटर है। यह सतपुड़ा के जंगलों में सतपुड़ा मैकाल श्रेणी (Satpuda Maikal Range) में स्थित है और पचमढ़ी से छिंदवाड़ा के बीच में मिलती है। यहां एक सरकारी रेस्ट हाउस भी है जहां से आप सूर्योदय और सूर्यास्त का आनंद ले सकते हैं। पचमढ़ी अथवा छिंदवाड़ा जाने वाले VVIP अक्सर यह कोशिश करते हैं कि कम से कम शाम को सूर्यास्त से लेकर दूसरे दिन सुबह सूर्योदय का समय धूपगढ़ में बिताएं। 

मध्य प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान 

इस प्रश्न का उत्तर केवल मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि बॉलीवुड के ज्यादातर सितारों को पता है। सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी मध्य प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान है। यहां का तापमान निम्नानुसार होता है:- 
✔ अप्रैल से जून तक- 22 से 35 डिग्री सेल्सियस। हवा में ठंडक और कभी-कभी हल्की बारिश। गर्मी के मौसम में पचमढ़ी के होटल फुल हो जाते हैं और पर्यटकों को एडवांस बुकिंग करवानी पड़ती है।
✔ जुलाई से सितंबर तक- 19 से 25 डिग्री सेल्सियस तक। मध्यम वर्षा और सबसे सुखद मौसम। इस अवधि में सबसे ज्यादा पर्यटक आते हैं। 
✔ अक्टूबर से मार्च- 4 से 14 डिग्री सेल्सियस। ठंडा लेकिन सुखद मौसम होता है।
यहां लंबे समय तक ठंड पड़ती है इसलिए इसे मध्य प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान कहा जाता है। 

सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी की कहानी

पचमढ़ी का नाम वहां बनी पांडवों के द्वारा बनाई गईं पांच गुफाओं के कारण पड़ा हैं। यह दो शब्दों से मिलकर बना हैं, पंच + मढ़ी पंच का अर्थ पांच होता है और मढ़ी का अर्थ गुफा होता हैं। मान्यता है कि इस स्थान को महाभारत के समय पांडवों ने वनवास के दौरान बनाई थी। पांडवों ने अपने वनवास का ज्यादातर समय यही बिताया था। यहां पर चौरागढ़ की चोटी भी प्रसिद्ध है, इस चोटी पर शंकर जी की विशाल प्रतिमा की स्थापना की गई है। यहाँ तक आपको दर्शन के लिए पैदल चल कर पहुंचना होता है।
इसके आलावा पचमढ़ी अभयारण्य भी देखने योग्य जगह है जो कि सतपुड़ा टाइगर रिजर्व का हिस्सा है।

मध्य प्रदेश के सबसे ठंडे पर्यटक स्थल पचमढ़ी तक कैसे पहुंचे 

मध्यप्रदेश की नर्मदा पुरम जिले की पिपरिया तहसील में स्थिति पचमढ़ी। किसी भी दिशा से आपको पिपरिया तक आना है। पिपरिया रेलवे स्टेशन भी है। नजदीकी हवाई अड्डा भोपाल है। पिपरिया से सड़क मार्ग से पचमढ़ी जाते हैं।

भारत का सबसे ठंडा स्थान कौन सा है और कैसे पहुंचे

सियाचिन ग्लेशियर भारत का सबसे ठंडा स्थान है, यह ग्लेशियर समुद्र की सतह से करीब 5,753 मीटर ऊंचाई पर स्थित है और  इस जगह का तापमान जनवरी में -50 डिग्री तक चले जाता है। 

इस स्थान पर पर्यटकों को जाने के लिए कारगिल में नुब्रा घाटी तक की अनुमति दी जाती हैं। सियाचिन ग्लेसियर के प्रवेश द्वार तक जाने के लिए आर्मी बेस कैम्प से जाना होता है। बेस कैम्प के केवल 60km के क्षेत्र मे घूमने की परमीशन मिलती हैं। 

इसके अलावा आप कारगिल, लद्दाख, थांगू घाटी, तवांग, सोनमर्ग, मनाली भी गर्मी में घूमने जा सकते हैं। ✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें एवं यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल पर कुछ स्पेशल भी होता है। यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं

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