यह बात तो सभी जानते हैं कि मच्छर के काटने से मलेरिया होता है परंतु उनमें से बहुत कम लोग जानते हैं कि केवल मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से ही मलेरिया होता है और इनमें से भी बहुत कम लोग यह जानते हैं कि मच्छर का काटना कानूनी तौर पर एक्सीडेंट माना जाता है और एक्सीडेंटल इंश्योरेंस क्लेम कर सकते हैं।
महत्वपूर्ण उदाहरण- कोलकाता की मौसमी भट्टाचार्जी का मामला
जी हां, यह बिल्कुल सही है। कई मामलों में कंज्यूमर फोरम ने यह स्पष्ट किया है कि मच्छर के काटने से यदि मनुष्य को कोई नुकसान हुआ है तो उसे एक्सीडेंट की श्रेणी में माना जाएगा और पीड़ित मनुष्य बीमा का हकदार होगा। कोलकाता की मौसमी भट्टाचार्जी के मामले में नेशनल कंज्यूमर कमीशन के जस्टिस वीके जैन ने कहा- "यह मानना कठिन है कि मच्छर के काटने से होने वाली मौत एक्सीडेंट नहीं है। लोगों को यह उम्मीद नहीं होेती कि उन्हें मच्छर काटेगा और मलेरिया हो जाएगा।
मच्छर किस प्रकार के लोगों को सबसे ज्यादा काटते हैं
मनुष्य का खून पीने वाली मादा मच्छर को इंसान के पसीने की बदबू बहुत पसंद है। आपके पसीने से निकलने वाली बदबूदार गैस कार्बन डाइऑक्साइड से मिलकर चारों तरफ फैल जाती है। जैसे ही आप के पसीने की बदबू किसी मादा मच्छर तक पहुंचती है तो वह बाकी सबको सूचना देते हुए आप की ओर लपक पड़ती है। जिस व्यक्ति में जितनी ज्यादा पसीने की बदबू आती है, मादा मच्छर उसका खून पीने के लिए उतनी ही ज्यादा पागल हो जाती है। कई बार वह अपनी जान की परवाह भी नहीं करती। जिनके बालों में गंदगी होती है उनके सिर पर मच्छर मंडराते हैं। जिनके पैरों में गंदगी होती है, मच्छर उनके पैरों से चिपक जाते हैं।
अब समझ में आया, मच्छर किस प्रकार के लोगों के पास सबसे ज्यादा जाते हैं। ✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें एवं यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल पर कुछ स्पेशल भी होता है। यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं।