Madhya Pradesh Bureaucracy news and gossip
पिछले दिनों मध्यप्रदेश में भारतीय प्रशासनिक सेवा के कुछ अधिकारियों के ट्रांसफर हुए। सबसे ज्यादा चर्चा श्री अविनाश लवानिया की होनी चाहिए थी परंतु श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह सुर्खियों में आ गए हैं। सरकार ने उन्हें मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का कलेक्टर बनाया था परंतु उन्होंने कलेक्टर का पद छोड़कर पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक का पद ग्रहण किया। अब कहा जा रहा है कि संघ कार्य के लिए श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने भोपाल के कलेक्टर का पद छोड़ दिया। पहले लक्ष्य पूरा करेंगे और उसके बाद किसी विकल्प पर विचार करेंगे।
कौशलेंद्र विक्रम सिंह IAS- कलेक्टर पद छोड़कर रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं
श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह की भोपाल के कलेक्टर के पद पर नियुक्ति के तत्काल बाद पदस्थापना में परिवर्तन की खबर, स्वाभाविक रूप से सुर्खियों में आ गई थी। राजनीति और प्रशासनिक मामलों में रुचि रखने वाले सभी लोग इसका कारण जानना चाहते थे, क्योंकि भोपाल का कलेक्टर एक पावरफुल पोस्टिंग होती है। खबर मिली है कि मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम के एमडी का पद श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने स्वयं चुना है, क्योंकि इस पद पर रहते हुए वह एक महत्वपूर्ण काम करना चाहते हैं।
मध्य प्रदेश के ओमकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की विशाल मूर्ति की स्थापित किया जाना है। दावा किया जा रहा है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा होगी। स्वाभाविक रूप से एक महत्वपूर्ण काम है और काफी जिम्मेदारी भरा है। इस काम में संघ की विशेष रूचि है। एक छोटी सी गलती भी भारी पड़ सकती है इसलिए यह काम जिम्मेदार हाथों में दिए जाने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया गया था।
मध्यप्रदेश के नाम इसी रिकॉर्ड को बनाने के लिए श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने अपनी पदस्थापना में परिवर्तन करवा लिया है।
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