इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में लोकायुक्त पुलिस ने एक पटवारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। पटवारी ने जमीन नामांतरण एवं पावती बनाने के बदले किसान से 24 हजार रुपये मांगे थे। लोकायुक्त ने पटवारी को तहसील कार्यालय के पीछे पकड़ा तो रुपयों की गड्डियां फेंक दी। पटवारी के पास तीन हल्कों का प्रभार था। उसके खिलाफ कईं शिकायतें मिली थी। बुधवार को ही उसको एक हल्का से हटाया था।
डीएसपी(लोकायुक्त) प्रवीणसिंह बघेल के मुताबिक शिकायतकर्ता दीपक पुत्र शंकरलाल पटेल निवासी कछालिया सावंरे के पिता के तीन भाई शंकरलाल,अंबाराम और लीलाधर की संयुक्त खाते की जमीन है। लीलाधर का निधन हो जाने के कारण फौती नामांतरण एवं पावती बनवाने के लिए आवेदन किया था। हल्का पटवारी विष्णु पटेल ने दीपक से 24 हजार रुपयों की मांग की।
दीपक के पास रुपयों की व्यवस्था नहीं थी। काफी मशक्कत के बाद भी पटवारी नहीं माना और 22 हजार रुपये में सौदा तय हुआ। उसने दीपक से कहा कि दो किस्तों में रुपये दे देना। दीपक ने लोकायुक्त एसपी सव्यसाची सराफ को शिकायत कर दी। पुलिस ने पटवारी से हुई चर्चा की रिकार्डिंग करवाई और रंगे हाथ पकड़ने की तैयारी की। गुरुवार को दीपक को पहली किस्त के रुप में 10 हजार रुपये देकर भेजा।
पटवारी ने पहले कछालिया बुलाया। बाद में कहा कि तहसील कार्यालय सांवेर आ जाना। दीपक को तहसील परिसर में ले गया और रुपये ले लिए। जैसे ही वह रुपयों की गिनती करने लगा डीएसपी ने उसे पकड़ लिया। पहले पटवारी ने अफसरों पर रौब झाड़ा, लेकिन बाद में वह गिड़गिड़ाने लगा। विष्णु पटेल को पिता रामचरण पटेल के निधन के बाद वर्ष 2000 में अनुकंपा नियुक्ति मिली थी।