Madhya Pradesh bhoj open University news
बहुत पुराना फंडा है, यदि किसी भी सिस्टम को बर्बाद करना है तो उसकी सप्लाई चैन तोड़ दो। वर्षों पहले मुगल हमलावर किले में सुरक्षित राजाओं की सप्लाई चैन तोड़ देते थे। मजबूरी में राजा को सरेंडर करना पड़ता था। आज पावरफुल कुर्सी पर बैठकर यही काम किया जाता है। नतीजा आम जनता, उस संस्थान से दूर होती चली जाती है। संस्थान घाटे में आ जाता है और 1 दिन उसे बंद कर दिया जाता है।MPBOU NEWS- 80 हजार विद्यार्थी पढ़ना चाहते हैं परंतु किताबें ही नहीं है
मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय अथवा BHOJ University, Bhopal के साथ पिछले 3 सालों से कुछ ऐसा ही हो रहा है। हर साल कोई ना कोई ऐसा अड़ंगा लगाया जाता है जिसके कारण स्टूडेंट्स परेशान हो जाएं और लोगों से कहें कि इस यूनिवर्सिटी में एडमिशन मत लेना। इस साल तो गजब कर दिया है। परीक्षा पास आ गई है और अब तक स्टूडेंट्स को स्टडी मटेरियल नहीं दिया गया है। 12 रीजनल सेंटर्स में 80000 पढ़ना चाहते हैं। इसीलिए उन्होंने एडमिशन लिया है। नामांकन के समय स्टडी मटेरियल और असाइनमेंट कॉपी के लिए पैसे जमा करा दिए थे परंतु अब तक कुछ भी नहीं मिला है। सवाल यह है कि जब पढ़ने को ही कुछ नहीं मिला है तो पेपर कैसे लेंगे। इसके अलावा एक और प्लानिंग के तहत यूनिवर्सिटी के वर्तमान सत्र को 6 महीने देरी से चलाया जा रहा है।
यूनिवर्सिटी की दलील
रजिस्ट्रार श्री अनिल शर्मा का कहना है कि, पूरा स्टडी मैटेरियल ऑनलाइन उपलब्ध है। असाइनमेंट कॉपी और अन्य किताबें जल्द ही उपलब्ध करा देंगे।
यूनिवर्सिटी के लिए सरल सवाल
- यदि स्टडी मैटेरियल ऑनलाइन उपलब्ध है तो फिर स्टूडेंट से पैसे क्यों लिए।
- क्या असाइनमेंट कॉपी निर्धारित समय पर वितरित की जाने वाली है, इसमें कोई देरी नहीं हुई है।
- विद्यार्थियों को होने वाली परेशानी के लिए कौन जिम्मेदार है और उसके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है।
- क्या पुराने मैनेजमेंट सामूहिक रूप से यूनिवर्सिटी के खिलाफ काम कर रहा है ताकि वह बदनाम हो जाए।
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