भिंड। मध्य प्रदेश की भिंड नगर पालिका में लोकायुक्त पुलिस के छापे के बाद तनाव की स्थिति बन गई। लोकायुक्त पुलिस ने एक क्लर्क को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। कुछ देर बाद क्लर्क के साथियों ने टीम को लीड कर रहे डीएसपी के साथ हाथापाई शुरू कर दी। नगर पालिका के अन्य कर्मचारियों द्वारा इसका साथ दिया गया। जब स्थानीय पत्रकार नगरपालिका में पहुंचे तो शटर बंद करके पत्रकारों को अंदर जाने से रोका ताकि जो कुछ भी हो रहा है वह कैमरे में कैद ना हो जाए। बाद में लोकल पुलिस ने लोकायुक्त की टीम और डीएसपी को बचाया।
नगर पालिका भिंड के क्लर्क क्लर्क अजय राजावत गिरफ्तार
जानकारी के मुताबिक भिंड के रहने वाले विपिन जैन ने लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की थी कि नगर पालिका भिंड में मैंने मकान के नामांतरण किए जाने को लेकर आवेदन किया है। यहां तैनात क्लर्क अजय राजावत द्वारा एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है। इस शिकायत पर लोकायुक्त पुलिस ने फरियादी के साथ नामांतरण शाखा के क्लर्क की ऑडियो टैपिंग कराई। मामला रिश्वत मांगने का पुष्ट होने पर लोकायुक्त पुलिस ने आवेदक के साथ मिलकर नामांतरण शाखा के बाबू को ट्रैप किए जाने का जाल बिछाया।
आवदेक जैन ने आज नामांतरण के तौर पर दी जाने वाली रिश्वत का टाइम फिक्स किया। क्लर्क ने नगर पालिका में आवेदक को बुलाया। बिना भय और डर के क्लर्क राजावत ने आवेदक जैन से एक लाख रुपए की पहली किस्त 55 हजार रुपए लिए। बाहर लोकायुक्त पुलिस आवेदक के इशारे का इंतजार कर रही थी। तभी लोकायुक्त पुलिस ने छापामारा और क्लर्क को रंगे हाथों दबोच लिए। क्लर्क के दोनों हाथों को धुलवाए गए। केमिकल टेस्ट पॉजिटिव पाए जाने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।
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