बालाघाट। प्रदेश के बालाघाट जिले में आज, 21 अप्रैल से लापता एमआर का शव पेड़ पर लटका हुआ मिला है घटनास्थल की परिस्थितियों के अनुसार मामला हत्या का प्रतीत हो रहा है। लापता एमआर डिलेश पिता हेमेन्द्र टेंभरे का शव शनिवार को आमाघाट से पुलिस ने बरामद किया। डिलेश 21 अप्रैल को लापता हो गया था।
डेंजर रोड से आवागमन करने वाले लोगों ने पेड़ पर एक युवक को फांसी पर लटके देखा। इसकी सूचना मिलने पर जब परिजन घटनास्थल पहुंचे तो फांसी पर लटके युवक की लापता डिलेश के रूप में पहचान की। डिलेश के पिता ने बेटे की हत्या की आशंका जाहिर की है। पुलिस को प्रथमदृष्टया यह सुसाइड लग रहा है, हालांकि कोतवाली थाना प्रभारी कमलसिंह गेहलोत का कहना है कि मौत के हर बिंदुओं की जांच की जाएगी। मूलतः बिरसा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सुकतरा निवासी हेमेन्द्र टेंभरे का 28 वर्षीय पुत्र डिलेश टेंभरे के विवाह को 3 वर्ष हो गए है। वह एमआर (मेडिकल रिप्रेजेंटिव) था। इसके चलते एक साल से वह पत्नी दीपिका टेंभरे के साथ, बालाघाट नगरीय क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 32 प्रभुत्तम नगर में रहता था।
पिता हेमेन्द्र टेंभरे को बहू दिपीका टेंभरे ने फोन पर बताया कि डिलेश डोंगरमाली जाकर जल्दी घर आने की बात कहकर निकला था, दिन भर डिलेश के घर नहीं पहुंचने पर चितिंत बहू से जानकारी मिलने के बाद वे यहां आए। परिचितों एवं रिश्तेदारों से डिलेश के बारे में जानकारी ली, लेकिन कोई पता नहीं चलने पर उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट कोतवाली थाने में की थी।
जिसके बाद से पुलिस और परिजन लापता डिलेश को खोज रहे थे। 22 अप्रैल को राहगीरों से मिली सूना पर जब परिजन घटनास्थल आमाघाट डेंजर रोड के पास पहुंचे तो देखा कि डिलेश का शव फांसी पर लटका पड़ा है। पिता हेमेन्द्र टेंभरे ने बेटे डिलेश की हत्त्या कर शव को पेड़ पर लटका दिये जाने की आशंका जाहिर की है। पिता हेमेन्द्र ने बताया कि बेटे और बहु को अक्षय तृतीया के पूजन के लिए घर बुलाया गया था। जिन्होंने घर आने की बात भी कही थी। जिसके बाद बेटे के एकाएक लापता हो जाने और दूसरे दिन उसका शव पेड़ पर फांसी पर लटका दिखाई देने से प्रतित होता है कि बेटे की हत्या कर उसके शव को फांसी पर लटका दिया गया।